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भोपाल में गैस रिसाव 1984 गैस काण्ड की यादें ताजा कई परिवार अस्पताल में भर्ती
भोपाल में बुधवार रात कुछ देर के लिए 1984 के गैसकांड की यादें ताजा हो गईं। नगर निगम के वाटर फिल्टर प्लांट से क्लोरीन गैस रिसी तो लोगों की सांसें फूलने लगीं। उनको आंखों में असहनीय जलन होनी लगी। खौफजदा लोग घर छोड़कर भागने लगे। भोपाल में क्लोरीन गैस रिसने से लोगों की रात खौफ में कटी। मदर इंडिया कॉलोनी में नाले के किनारे रहने वाले 70 से ज्यादा परिवारों को शिफ्ट करना पड़ा। ज्यादातर लोग आज सुबह घरों को लौटे। खाली घरों में चोरी न हो जाए, इसलिए बुधवार को रातभर पुलिस तैनात रही। इलाके में ड्यूटी कर रहे शाहजहांनाबाद TI सौरभ पांडे की तबीयत रात में बिगड़ गई। उन्हें प्राइवेट हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया। आंखों में जलन और सांस लेने में तकलीफ होने पर 10 से ज्यादा लोगों को हमीदिया में भर्ती कराया गया है। क्लोरीन गैस सिलेंडर से लीक हुई। पहले इसके टैंक से रिसने की बात सामने आई थी। गैस हवा में न फैले, इसलिए सिलेंडर को पानी में डाला गया। यही पानी बस्ती में नाले के जरिए पहुंच गया और गंभीर हालात बन गए। सबसे पहले जानते हैं, क्या है पूरा मामला मदर इंडिया कॉलोनी में बुधवार रात क्लोरीन गैस के रिसाव से हड़कंप मच गया। बस्ती में रहने वाले लोगों को आंखों में जलन और सांस लेने में तकलीफ होने लगी। इससे लोग घरों से बाहर निकल गए। महिला समेत 3 लोगों को हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया। मंत्री विश्वास सारंग, महापौर मालती राय, कलेक्टर अविनाश लवानिया, निगम कमिश्नर केवीएस चौधरी कोलसानी मौके पर पहुंचे। कुछ घंटे बाद प्रभावितों की संख्या बढ़कर 10 के पार पहुंच गई। शाहजहांनाबाद TI सौरभ पांडे समेत अन्य पुलिसकर्मी भी गैस की चपेट में आ गए और उन्हें राजा भोज हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया। सभी को सांस लेने की तकलीफ हो रही थी
