इंदौर में बोले केंद्रीय मंत्री नारायण राणे- आत्मनिर्भर भारत बनाना है तो उद्योग को बढ़ावा देने के अलावा कोई विकल्प नहीं

इंदौर । आत्मनिर्भर भारत बनाना है तो इंडस्ट्री को बढ़ावा देने के अलावा कोई विकल्प नहीं है। यदि इंडस्ट्री उत्पादन बढ़ेगा तो जीडीपी बढ़ेगी। इसे आसान करने के लिए मध्य प्रदेश उद्योग जगत में योगदान देना चाहिए।
प्रदर्शनी का उद्घाटन
यह बात केंद्रीय सूक्ष्म लघु एवं मध्यम उद्योग मंत्री नारायण राणे ने एमएसएमई मंत्रालय द्वारा आयोजित इंदौर कान्क्लेव में मंगलवार को कही। मंत्री राणे ने प्रदर्शनी का उद्घाटन किया। कान्क्लेव का उद्देश्य उद्यमिता को बढ़ावा देना और समाज के सभी वर्गों, विशेष रूप से युवा एवं महिला उद्यमियों को प्रोत्साहित करना था।
सभी हितधारकों के साथ आउटरीच कार्यक्रम
उन्होंने कहा कि कान्क्लेव एमएसएमई क्षेत्र के सभी हितधारकों के साथ आउटरीच कार्यक्रम है। इस दौरान सांसद शंकर लालवानी, जाइंट सेक्रेटरी मर्सी एपाओ, अतिरिक्त विकास आयुक्त अश्विनी लाल आदि मौजूद रहे। इवेंट मैनेजर नीरज यादव ने बताया कि यहां लगाई प्रदर्शनी में देशभर से आए लोगों ने 50 स्टाल लगाए थे। इन्होंने अपने अलग-अलग प्रकार के उत्पादों का प्रदर्शन किया। यहां अलग-अलग इकाइयों के करीब 20 लोगों को सर्टिफिकेट भी दिए गए।
योजना का लाभ लेकर सपनों को पूरा करने निकले यह लोग
मिट्टी के कप, खिलौनों को पूरे देश में बेचने का सपना साकार करने की राह पर निवाड़ी जिले के हरवंत प्रजापति और उनकी पत्नी अनिता निकल पड़ी है। उन्होंने बताया कि मिट्टी से मटका बनाने का काम तो इनके पूर्वजों द्वारा वर्षों से किया जा रहा है, लेकिन इसकी खरीदी का क्षेत्र सीमित है। हमें पीएम विश्वकर्मा योजना का लाभ अब मिलने वाला है। इससे मिलने वाले लोन से हम देशभर में हमारे हुनर को पहचान दिलवा सकेंगे।
भाजपा के पास कई अनुभवी नेता, लेकिन कांग्रेस के पास कोई नहीं
मीडिया से चर्चा के दौरान मध्य प्रदेश से तीन केंद्रीय मंत्री और चार सांसदों को चुनावी मैदान में उतारे जाने के सवाल पर नारायण राणे ने कहा कि भाजपा के पास कई अनुभवी नेता हैं, जो केंद्रीय मंत्री होने के बावजूद विधानसभा चुनाव में उतरकर मोदी सरकार की नीतियों को जनता के बीच बताएंगे, लेकिन कांग्रेस के पास कोई नेता ही नहीं है। राहुल गांधी कोई काम के नहीं हैं। क्या राहुल गांधी को देश के लोगों की समस्या की कोई जानकारी है। यदि है तो वे मेरे साथ इसी मंच पर आ जाएं और इतना बता दें कि देश की पर कैपिटा इनकम आखिरकार किस रास्ते से बढ़ेगी। राहुल को देश से प्यार नहीं है, इसीलिए विदेश में जाकर देश की बुराई करते हैं। आइएनडीआइए पर कहा कि गठबंधन के पास देश को आगे बढ़ाने के लिए ना तो कोई सिस्टम है और न आइडियोलाजी।