मध्यप्रदेश
सामाजिक समीकरण साधने के लिए भाजपा और कांग्रेस दोनों ले रही सम्मेलनों का सहारा

भोपाल। मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव के समीकरण अपने पक्ष में करने के लिए भाजपा और कांग्रेस के नेता कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान जहां महासम्मेलन कर रहे हैं तो कांग्रेस भी सम्मेलन बुलाकर सरकार बनने पर समस्याओं के समाधान का वादा कर रही है। मुख्यमंत्री जल्द ही मेहरा, चौरसिया आदि समाजों के सम्मेलन करने वाले हैं तो कांग्रेस भी बंजारा सहित अन्य समाजों का सम्मेलन बुलाने की तैयारी में है।
चुनाव करीब, सामाजिक संगठन भी सक्रिय हो गए
चुनाव जैसे-जैसे पास आते जा रहे हैं वैसे-वैसे सामाजिक संगठन भी सक्रिय हो गए हैं। राजनीतिक दलों के सामने अपनी मांगें रख रहे हैं। इस अवसर को भुनाने में भाजपा हो या कांग्रेस, कोई भी पीछे नहीं है।
विभिन्न समाजों के सम्मेलन
पिछले दिनों भोपाल में सकल तेली साहू राठौर समाज का सम्मेलन हुआ, जिसमें मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमल नाथ पहुंचे। किरार, धाकड़, नागर और मालव समाज, जाट महाकुंभ, सकल तेली साहू राठौर समाज महासंगठन का महाकुंभ में दोनों पहुंचे और अपनी-अपनी बात रखी। कांग्रेस के अन्य नेता भी इससे जुड़े। कुशवाहा समाज के कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने कई घोषणाएं कीं।
महासम्मेलन मुख्यमंत्री आवास में भी हुए
मुख्यमंत्री ने क्षत्रिय, कीर, कलचुरी सहित अन्य समाजों के कार्यक्रमों में भाग लिया तो कुछ महासम्मेलन मुख्यमंत्री आवास में किए। विभिन्न बोर्ड व मंडल के गठन के साथ ऐच्छिक अवकाश की भी घोषणा की। अब मेहरा, चौरसिया सहित अन्य समाजों के सम्मेलन की तैयारी है। केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया भी पिछले दिनों विभिन्न समाजों के सम्मेलन में शामिल हुए थे।
कांग्रेस भी कर रही ऐसी कवायद
उधर, कांग्रेस भी सम्मेलनों के माध्यम से सामाजिक समीकरण साधने में जुटी है। प्रदेश उपाध्यक्ष जेपी धनोपिया ने बताया कि सोनी, चौरसिया, मीणा, सेन सहित अन्य समाजों के सम्मेलन हो चुके हैं और आने वाले दिनों में अन्य समाजों के प्रतिनिधियों के सम्मेलन किए जाएंगे।