गोहद
असुरक्षित माहौल में कैसे होगा भविष्य का निर्माण
गोहद ,वच्चो के भविष्य को साकार करने के लिए हर माता पिता अपना पेट काटकर व्यवस्था कर रहा है महगे स्कूल उसके बाद कोचिंग जिनकी मोटी फीस उसको निशिंतताकी नीद भी नही लेने दे रही है इसके बाद अगर उस नगर में शिक्षा के लिए बेहतर माहौल न हो तो बेचारे उस अभिभावक क्या दोष है बिभिन राजनीतिक दलों के बड़े बड़े राजनीतिज्ञ अपने भाषणों में कहते है बच्चे देश का भविष्य है लेकिन भविष्य उज्जवल कैसे हो इस बारे में किसी का ध्यान नही है भिंड जिले का व्यापारिक नगर गोहद जो। व्यापार में जिले में प्रमुख स्थानों में गिना जाता है वही शिक्षा के छेत्र में भी गिना जाता है लेकिन अब यहाँ का माहौल खराब होता जा रहा है गोहद नगर का किला रोड, पुराना बस स्टैंड, नगर पालिका कार्यालय के आसपास, गोहदी दरवाजा रोड, मार्कण्डेश्वर मन्दिर के पास कोचिंग सेंटर है जहाँ भौतिकी ,रसायन शास्त्र ,बिज्ञान, गणित ,हिंदी ,संस्कृति, कामर्स की कक्षा संचालित की जाती है जहाँ छात्र छत्रायेहजारो की संख्या में अध्ययन करेने आते है यहाँ वच्चो में झोटी मोटी नोकझोंक होना सामान्य बात है लेकिन यही नोकझोंक बड़ी घटना में बदल जाये तो ध्यान देना जरूरी है पुराना बस स्टैंड दो छात्र ग्रूपो में झगड़ा हुआ और मारपीट भी हुई लेकिन बात छत्रो तक सीमित रहती तो मामला गम्भीर नही होता लेकिन ग्रूपो में साथ के लड़के भी आने लगे जिनका शिक्षा से कोई सम्बन्ध नही है फिर वही हुआ जिसका अंदेशा था यहाँ शस्त्र भी लहराए गए जिससे मची भगदड़ में कई बच्चियां चोटिल हो गई इस घटना में घायल हुए लड़के का मेडिकल भी कराया गया तथा एफआईआर भी दर्ज हुई है कोचिंग संचालको भी करना चाहिए सहयोग ,,मानता हूं कि शहर में शांति और सुरक्षा का माहौल स्थापित करना शिक्षक का काम नही लेकिन सहयोग किया जा सकता है बाहरी लोगों का जमावड़ा देखकर पुलिस को सूचित करना साथ ही स्वयं की कोचिंग पर अध्ययन रत विद्यार्थियों को पहचान पत्र जारी करना पेट्रोलिंग जो हो निरन्तर,,, अक्सर देखने मे आता है कि घटना घटित होने के एक दो दिन पुलिस सक्रिय रहती है इसके बाद भगवान भरोसे सभी जानते है कि गोहद थाना सहित पूरे प्रदेश में स्टाफ की कमी है लेकिन शाति व सुरक्षा की जिम्मेदारी भी आपकी है एफआईआर दर्ज करने से पहले सम्भव हो दोनो पक्ष के बरिष्ट को बुलाकर समझौता किया जाए जिससे यह एफआईआर बच्ची क्व भविष्य में अवरोध न बन जाए
