उमरिया से सागर, अब ग्वालियर हुआ 1.20 लाख रुपये रिश्वत लेने वाली रिनी गुप्ता का स्थानान्तरण

उमरिया,। एक लाख बीस हजार रूपये की रिश्वत लेते पकड़ी गई आबकारी अधिकारी रिनी गुप्ता का उमरिया से सागर उड़नदश्ता में किया गया स्थानान्तरण एक ही दिन में संसोधित करके उन्हें आबकारी आयुक्त ग्वालियर कार्यालय में पदस्थ कर दिया गया है। एक सितम्बर को उनका स्थानान्तरण आबकारी उपायुक्त सागर के उड़नदश्ता में सागर किया गया था।
स्थानान्तरण मध्य प्रदेश के नाम से तथा आदेशानुसार आरपी श्रीवास्तव उप सचिव मध्यप्रदेश शासन वाणिज्य विभाग ने किया था। आदेश में स्थानान्तरण की वजह उनका रिश्वत लेते पकड़ा जाना बताया गया था। तीन सितम्बर रविवार को एक नया आदेश जारी किया गया और इस आदेश में रिनी गुप्ता का सागर किया गया स्थानान्तरण के आदेश को संशोधित करते हुए उन्हें आबकारी आयुक्त ग्वालियर कार्यालय में पदस्थ किया गया है। संशोधित आदेश भी आरपी श्रीवास्तव उप सचिव मध्य प्रदेश शासन वाणिज्य विभाग ने जारी किया है।
पकड़ी गई थीं रिश्वत लेते
जिला आबकारी अधिकारी रिनी गुप्ता पिछले महीने की 29 तारीख को उमरिया जिला मुख्यालय के अपने कार्यालय में एक लाख बीस हजार रूपये की रिश्वत लेते पकड़ी गई थी। इस मामले में जानकारी देते हुए ट्रेपकर्ता अधिकारी प्रमेंद्र कुमार निरीक्षक ने बताया था कि आबकारी अधिकारी के पास से रूपये जब्त किए गए हैं और आवश्यक कार्रवाई की गई है। लोकायुक्त रीवा की टीम ने यह कार्रवाई आबकारी अधिकारी कार्यालय के उनके कक्ष में की थी। इस मामले में निपेंद्र सिंह पिता नारेंद्र सिंह, निवासी ग्राम एवं थाना अमलाई, तहसील बुढार, जिला शहडोल मध्य प्रदेश ने शिकायत दर्ज कराई थी।
कांग्रेस ने बनाया मुद्दा
लोकायुक्त रीवा की कार्रवाई के बाद भी जिला आबकारी अधिकारी रिनी गुप्ता को निलंबित करने या कोई सजा देने के स्थान पर स्थानान्तरण संभागीय उड़नदश्ता सागर में किए जाने पर कांग्रेस ने प्रदेश स्तर पर इस मामले को मुद्दा बना लिया था। कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता मिथुन सिंह ने भाजपा पर रिनी गुप्ता जैसे भ्रष्ट अधिकारियों को संरक्षण देने का आरोप लगा दिया था। इस मामले में भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता दुर्गेश सिंह ने सफाई भी दी थी और आबकारी मंत्री से चर्चा करने की बात भी कही थी। इस मामले में भाजपा और और कांग्रेस का आमना-सामना होने के बाद भी अभी रिनी गुप्ता के खिलाफ कोई बड़ी कार्रवाई नहीं की गई है और उन्हें आबकारी आयुक्त कार्यालय में पदस्थ कर दिया गया है।