चंबल नहर में कम मात्रा में छोड़ा जा रहा पानी फसलें सूखने की कगार पर पहुंची किसानों ने कलेक्ट्रेट का किया घेराव

श्योपुर। चंबल नहर में बहुत कम मात्रा में पानी छोड़ा जा रहा है, जिससे किसानों के खेतों तक पानी नहीं पहुंच पा रहा है। किसानों की फसलें सूखने की कगार पर पहुंच गई है, इसलिए फसलों को बर्बाद होने से बचाने के लिए चंबल नहर में पानी की मात्रा बढ़ाई जाना बहुत जरूरी है। ये मांग किसानों ने सोमवार को कलेक्ट्रेट का घेराव कर जिला प्रशासन को ज्ञापन सौंपकर की।
किसानों ने बताया कि इस समय कोटा बैराज से चंबल नहर में 1400 क्यूसेक पानी ही छोड़ा जा रहा है, जो बहुत कम है। नहर में पानी की मात्रा कम होने की वजह से माइनर शाखाओं में पानी नहीं पहुंच पा रहा है, इसलिए जरूरत के अनुसार 3000 क्यूसेक पानी नहर में छोड़ा जाना बहुत जरूरी है। अगर पानी की यही स्थिति रही तो किसानों की धान की फसल सूख जाएगी। किसानों ने चेतावनी दी है कि अगर पानी नहीं बढ़ाया तो एकजुट होकर आंदोलन करेंगे।
ये लोग रहे मौजूद
ज्ञापन देने के दौरान कांग्रेस नेता रामलखन हिरनीखेड़ा, कुंज बिहारी सर्राफ, योगेश जाट, किसान नेता, हरिसिंह मीणा, राधेश्याम मूंडला, ओम प्रकाश मीणा, विजय शंकर मीणा, रामचरण मीणा जैनी दुर्गेश नंदिनी , विनोद मीणा ,सुरेंद्र मीणा, यदुराज जाट, सुग्रीव मीणा, नाथूलाल सोंई, धारासिंह मीणा, पूर्व सरपंच रामसिंह मीणा, रामभरत रामगांवड़ी, मुकेश, राकेश सहित कई किसान मौजूद रहे।