नांगलोई में मुहर्रम जुलूस के दौरान भीड़ ने बरसाए पथराव, गाड़ियां तोड़ीं…पुलिस ने लाठियां मार-मार भगाया

पश्चिमी दिल्ली के नांगलोई इलाके में शनिवार को मुहर्रम के जुलूस के दौरान लोगों के एक समूह और पुलिसकर्मियों के बीच झड़प हो गई, जिसमें छह पुलिसकर्मियों समेत 12 लोग घायल हो गए और कई वाहन क्षतिग्रस्त हो गए। पुलिस अधिकारियों ने यह जानकारी दी। पुलिस अधिकारियों के मुताबिक मुहर्रम के ताजिया जुलूस के पूर्व निर्धारित मार्ग को बदलने को लेकर हुई बहस के बाद जुलूस में शामिल लोगों ने पुलिस पर पथराव किया, जिसके बाद झड़प हुई।
SHO नांगलोई प्रभु दयाल के बयान पर दर्ज हुई FIR में लिखा है की ताजिया जुलूस में शामिल लोग जब तय रूट से अलग होकर जाने लगे तब पुलिस से उनकी धक्का-मुक्की हुई, लोग जबरन सूरजमल स्टेडियम जाने के लिए जबरदस्ती करने लगे..स्टेडियम के अंदर जाने की परमिशन नहीं थी। फिलहाल नागलोई थाना पुलिस ने इलाके में पुलिस और आम पब्लिक पर पथराव करने के मामले में तीन एफआईआर दर्ज की है। IPC की धारा 147,148,149, 151,152,153,186,323,324,332, 353,307,427 के तहत मुकद्दमा दर्ज करते हुए पुलिस आसपास लगे सीसीटीवी कैमरा को खंगाल कर आरोपियों की तलाश कर रही है।
जुलूस में शामिल थे 10 हजार लोग
पुलिस ने लोगों की अनियंत्रित भीड़ को तितर-बितर करने के लिए लाठीचार्ज किया। बाहरी दिल्ली के पुलिस उपायुक्त हरेन्द्र सिंह ने कहा, ‘‘ नांगलोई इलाके में कई ताजिया जुलूस निकाले जा रहे थे और उनमें करीब आठ से दस हजार लोग शामिल हुए थे। एक-दो आयोजक बेकाबू हो गए और उन्होंने अपने जुलूस का जो रूट पहले से तय किया था, उसे बदलने की कोशिश की।” सिंह ने कहा, ‘‘जब पुलिस ने इसका विरोध किया तो उन्होंने पुलिसकर्मियों पर पथराव शुरू कर दिया। उन्हें नियंत्रित करने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज किया और उन्हें इलाके से खदेड़ दिया।” पुलिस के मुताबिक, पथराव में 12 लोगों को मामूली चोटें आईं हैं जिनमें छह पुलिसकर्मी शामिल हैं।
इस घटना में पुलिस के कुछ वाहन क्षतिग्रस्त हो गए हैं। पुलिस ने बताया कि इलाके में स्थिति नियंत्रण में है। इस घटना के कुछ कथित वीडियो सोशल मीडिया पर प्रसारित किए गए हैं। वीडियो में, इलाके के कुछ लोग पथराव करते हुए बसों और निजी कारों सहित सार्वजनिक वाहनों को नुकसान पहुंचाते हुए दिखाई दे रहे हैं। एक वीडियो में पुलिस लाठीचार्ज करती दिख रही है। इस्लामी कैलेंडर मुहर्रम के 10वें दिन यानी यौम-ए-आशूरा पर मुसलमान मातम मनाकर पैगंबर मोहम्मद के नाती इमाम हुसैन की शहादत को याद करते हैं। हुसैन 680 ईसवी में करबला (इराक) में हुई जंग में शहीद हो गए थे।