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मध्यप्रदेश

अनहोनी से बचने के लिए मालिक ने कैफे में पाला था कछुआ सील किया कैफे

भोपाल। राजधानी के बैरागढ़ में आर एम्बीएनस कैफे में अनहोनी को शांत करने के लिए कछुआ पालना मालिक को भारी पड़ गया। वन विभाग कि टीन ने सूचना पर कैफे से कछुआ को मुक्त कराया है। बताया जा रहा है कि कछुआ फ्लैप सेल प्रजाति का है।

वन विभाग कि टीम ने कैफे के संचालक जयकुमार सबनानी के खिलाफ वन्य जीव संरक्षण अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया है। वन विभाग की टीम पूरे मामले की छानबीन में जुटी है। डीएफओ आलोक पाठक ने बताया कि गिरफ्तार युवक कैफे का मालिक है।

वन विभाग को सूचना मिली कि इनके कैफे में कछुआ को सजा के रखा गया है। जिसका जीवन खतरे में है। जिसकी फोटो भी वन विभाग के अधिकारियों को भेजी गई थी। वन विभाग को मिली फोटो को तुरंत दिल्ली उच्चाधिकारियों को भेजा गया। जिसके बाद पता चला कि वह संरक्षित है। जिसको संरक्षित रेपटाइल्स की सूची में 44 नंबर पर रखा गया है। इसके बाद कार्रवाई करते हुए टीम ने दबिश दी और एक कछुआ बरामद कर लिया।

गिरफ्तार युवक ने पूछताछ में बताया कि उसको रास्तें यह कछुआ मिला था। वहीं माना जाता है कि इसको रखने से अनहोनी नहीं होती। जिसके कारण इसे कैफे में रखा गया था। अधिकारियों का कहना है कि युवक को इस बात की जानकारी नहीं है कि कछुआ पालना गैर कानूनी है। युवक के पास से जब्त कछुआ इंडियन फ्लैपशेल प्रजाति का है और इस प्रजाति के कछुए की व्यापक स्तर पर तस्करी की जाती है। इसमें जमानत हाईकोर्ट से संभव है, वहीं तीन साल कि सजा के प्रावधान हैं।

सड़क पर दिखा मगर, वन विभाग सर्चिंग कर रहा

भोपाल के कलियासोत डैम के पास एक्सीलेंस कालेज वाली सड़क पर मंगलवार रात को मगरमच्छ देखा गया। वन विभाग को सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंची टीम रात १ बजे तक सर्चिंग करती रही। लेकिन आस पास उनको मगरमच्छ नही मिला है। इसके बाद दूसरे दिन सर्चिंग शुरू की गई। लेकिन दूसरी बार वो आसपास के क्षेत्रों में नहीं दिखाई दिया।

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