ब्रेकिंग
मुरैना के सबलगढ़ में जमीनी विवाद में चले लाठी-डंडे फायरिंग एक गंभीर घायल गुजरात के खेड़ा जिले में नहाने गए छह भाई-बहन, एक-एक कर के लील गई नदी, गर्मी से राहत की जगह मिली मौत उज्जैन स्लीपर बस पलटी गर्भवती महिला सहित 9 घायल केंद्र सरकार कराऐगी जाति जनगणना PCC चीफ ने कहा, DGP का आदेश खाकी वर्दी का अपमान सांसद-विधायक को सैल्यूट करेगें पुलिस कर्मी, ये लोकतं... सीएम बोले- पाकिस्तानी नागरिकों को एमपी से जल्द बाहर करें: पुलिस अधिकारियों को अभियान चलाने के निर्दे... मंदसौर में तेज़ रफ़्तार कार कुऐ में गिरी 6 लोगों की मौत केंद्र सरकार का एक और सख्त फैसला, पाकिस्तानी हिंदुओं की चारधाम यात्रा पर रोक कथावाचक पं. प्रदीप मिश्रा ने अमित शाह को बताया शिव अवतार, बयान पर मचा बवाल, कांग्रेस-बीजेपी आमने-साम... केंद्र सरकार का बड़ा ऐलान: पाकिस्तानी हिन्दु , सिखो का वीजा रद्द नहीं होगा
मध्यप्रदेश

पुलिस का गुंडाराज… रात्रि गश्त के दौरान पुलिसकर्मी ने मचाया उत्पात, लोगों को डंडे से पीटा

सीहोर। शहर के भेरुंदा कस्बे में पुलिस वाहन से रात्रि गश्त के दौरान पुलिसकर्मी ने वर्दी का रौब दिखाते हुए जमकर उत्पाद मचाया और कई लोगों की डंडे से पिटाई कर दी। घटना रविवार रात्रि करीब 10.45 बजे की है। बताया जाता है कि आरोपित पुलिसकर्मी शराब के नशे में था। उसने कुछ दुकानों में घुसकर तोड़फोड़ भी की और सामान बाहर फेंक दिया। यह घटना सीसीटीवी में कैद हो गई, जिसका वीडियो वायरल हो रहा है। घटना के बाद पीड़ित लोग व परिजन थाने पहुंचे, लेकिन वहां उनकी सुनवाई नहीं हुई। इस पर उन्होंने पुलिस के आला अधकारियों से गुहार लगाई, जिसके बाद आरोपित पुलिसकर्मी को निलंबित कर दिया गया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।

यह है मामला

प्राप्त जानकारी के अनुसार रविवार रात्रि करीब 10.45 बजे पुलिस वाहन से टीम गश्त पर निकली। उसमें शामिल हेड कांस्टेबल पवन बावड़िया शराब के नशे में उग्र हो गया और दुकानों पर बैठे लोगों पर अचानक डंडे बरसाने लगा। इसके चलते 15 से अधिक लोग घायल हो गए। घायल लोग पुलिस थाने रिपोर्ट लिखाने पहुंचे, लेकिन थाने में उपस्थित पुलिसकर्मियों ने रिपोर्ट नहीं लिखी। तब पीड़ितों ने इसकी शिकायतएसपी व एसडीओपी से की। एसपी मयंक अवस्थी ने एसडीओपी को थाने भेजा। एसडीओपी दीपक कपूर ने पीड़ितों से मुलाकात की व बताया कि उक्त पुलिसकर्मी को सस्पेंड कर दिया गया है। रात्रि 3 बजे एसडीओपी के आश्वासन पर पीड़ित घर लौट गए। लेकिन सोमवार को पीड़ितों ने थाने पहुंचकर घटना को अंजाम देने वाले पुलिसकर्मी के खिलाफ एफआइआर दर्ज करने की मांग की।

Related Articles

Back to top button