खंडवा में एशिया की सबसे ऊंची तिरुपति बालाजी की मूर्ति ले रही आकार

खंडवा। अवधूत संत दादाजी धूनी वाले की धरा खंडवा में जल्द ही एशिया की सबसे ऊंची 81 फीट की भगवान तिरूपति बालाजी की मूर्ति आकार ले रही है। इसे धार्मिक पर्यटन के नक्शे पर खंडवा का नया मुकाम मिलेगा। खंडवा के छैगांवमाखन स्थित दिव्य बालाजी नगर में भगवान बालाजी की मूर्ति स्थापित की जा रही है।
निमाड़ को एक से बढ़कर एक बेमिसाल कालोनियां की सौगात देने वाले समाजसेवी, कालोनाइजर और बालाजी ग्रुप खंडवा के संस्थापक रितेश गोयल अपनी कालोनी में इस दिव्य और भव्य मूर्ति का निर्माण करवा रहे हैं। 81 फीट ऊंची यह दिव्य बालाजी की मूर्ति पूरे एशिया की सबसे ऊंची तिरुपति बालाजी की मूर्ति होगी। जिसका निर्माण कार्य अब अंतिम चरणों में पहुंच चुका है।
समाजसेवी गोयल ने बताया की भगवान बालाजी का श्रीमुख इंदौर से तैयार करवा कर कालोनी में समारोह पूर्वक रखा गया है। मूर्ति के साथ ही पूरे क्षेत्र को पर्यटन स्थल जैसा बनाने के लिए बहुत ही उत्तम तरीके से आडिटोरियम हाल का भी निर्माण किया जा रहा है। इसमे खंडवा जिले के सभी पर्यटन स्थलों से जुड़ी जानकारियां, उनका इतिहास, भूगोल और सांस्कृतिक, धार्मिक महत्वों को स्क्रीन के माध्यम से समझाया जाएगा।
भगवान ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग, दादाजी धूनी वाले महाराज, सिंगाजी महाराज का समाधि स्थल, किशोर स्मारक, हनुवंतिया टापू और इन सब के साथ ही भगवान दिव्य बालाजी की वजह से खंडवा अब देशभर में धार्मिक पर्यटन का प्रमुख केंद्र बनकर उभरेगा।
छैगांव स्थित दिव्य बालाजी नगर इंदौर-एदलाबाद हाइवे के निकट होने से इंदौर से खंडवा की दूरी भी महज डेढ़ से दो घंटे की रह जाएगी। इससे भी पर्यटन को बढ़ावा और पर्यटकों को आवाजाही में सुविधा होगी।
बालाजी ग्रुप की एम डी स्नेहा गोयल ने बताया की मूर्ति का कार्यक्रम अभी अंतिम चरणों में है। बहुत जल्दी ही आगामी दिनों में भव्य कार्यक्रम कर के श्री दिव्य बालाजी को स्थापित किया जाएगा। इसमें देशभर के संत महात्माओं को बुलाया जा रहा है। साथ ही मुख्यमंत्री मोहन यादव और बागेश्वर धाम के बाबा को भी इस कार्यक्रम में आमंत्रित किया जाएगा। जल्द ही मूर्ति के लोकार्पण की तारीख घोषित की जाएगी।