ब्रेकिंग
केंद्र सरकार कराऐगी जाति जनगणना PCC चीफ ने कहा, DGP का आदेश खाकी वर्दी का अपमान सांसद-विधायक को सैल्यूट करेगें पुलिस कर्मी, ये लोकतं... सीएम बोले- पाकिस्तानी नागरिकों को एमपी से जल्द बाहर करें: पुलिस अधिकारियों को अभियान चलाने के निर्दे... मंदसौर में तेज़ रफ़्तार कार कुऐ में गिरी 6 लोगों की मौत केंद्र सरकार का एक और सख्त फैसला, पाकिस्तानी हिंदुओं की चारधाम यात्रा पर रोक कथावाचक पं. प्रदीप मिश्रा ने अमित शाह को बताया शिव अवतार, बयान पर मचा बवाल, कांग्रेस-बीजेपी आमने-साम... केंद्र सरकार का बड़ा ऐलान: पाकिस्तानी हिन्दु , सिखो का वीजा रद्द नहीं होगा नवविवाहिता के साथ रेप कर हत्या, कमरे में निवस्त्र मिली लाश, जेठ पर आरोप कमरे में निवस्त्र मिली लाश,... पहलगाम हमले के बाद अमरनाथ यात्रा पर खतरा मंडराया, सुप्रीम कोर्ट में पीआईएल दाखिल मध्यप्रदेश में एक मई से होगे ट्रांसफर मुख्यमंत्री ने शिक्षण सत्र खत्म होने के बाद बताया तबादलों का क...
मध्यप्रदेश

पांच साल बाद पति को सामने देख पत्नी खूब रोई, फिर हंसते-हंसते साथ गई

मंदसौर। घर से लापता एवं विक्षिप्त महिलाओं को स्वजन से मिलाने के सेवा कार्य में जुटी अनामिका सेवा समिति ने बरसों से अपनों से दूर एक ओर महिला को परिवार से मिला दिया। महाराष्ट्र के लातूर जिले के एक गांव से पांच साल पहले लापता हुई महिला जब शुक्रवार को सेवा समिति के कार्यालय कौशल्या धाम पर पति से मिली तो वहां मौजूद हर व्यक्ति की आंखों से खुशी के आंसू झलक पड़े।

खुशी से अपने घर हुई रवाना

पांच साल बाद पति को सामने देख पत्नी पहले तो खूब रोई और फिर दोनों हंसी-खुशी अपने घर के लिये रवाना हो गए। सेवा समिति की संचालिका अनामिका जैन ने बताया की दो माह पहले वायडी नगर पुलिस को शहर में घूमती मिली एक महिला को सेवा समिति को सौंपा गया था। तब से ही उक्त महिला समिति कार्यालय कौशल्या धाम पर रह रही थी।

मराठी में कुछ बताने की कोशिश करती रही

महिला विक्षिप्त है लेकिन वह मराठी भाषा में कुछ बताने की कोशिश करती रही। अनामिका जैन ने बताया की उक्त महिला ने अपना नाम बालिका बताया। महिला जो बोल रही थी उसे गुगल से परिवर्तन कर समझने की कोशिश की गई, तब पता चला की महिला अपना पता महाराष्ट्र के लातूर जिले के गांव भूखी का बता रही है।

फोटो से पहचान गया कि पत्नी है

इसके बाद अनामिका जैन व समिति सदस्यों द्वारा लातूर पुलिस कंट्रोल रूम पर चर्चा की और फिर गांव भूखी में किसी तरह संपर्क कर महिला के पति से चर्चा हुई। तब पता चला की महिला पांच साल से लापता है, परिवार गरीब होने के कारण उसे खोज नहीं सका न ही पुलिस से शिकायत की थी। महिला के पति परमेश्वर को महिला का फोटो भेजा गया तो वह पहचान गया की यह उनकी पत्नी बालिका है।

वह अपने गांव से मंदसौर तक आ सके इतने रुपये भी उसके पास नहीं थे। सेवा समिति द्वारा परमेश्वर को मंदसौर तक आने के लिये किराये की राशि भेजी। शुक्रवार को दोपहर में वह मंदसौर आया और कौशल्या धाम पहुंचा। पांच साल बाद पति-पत्नी ने एक-दूसरे को देखा तो आंखो से आंसू निकल गए। दोनों ने एक-दूसरे को माला भी पहनाई।

इसके बाद वहां मौजूद अनामिका जैन, महिला बाल विकास अधिकारी पीसी चौहान, विश्वमोहन अग्रवाल, भावना कुमावत, सरोज गंधर्व, नेहा कच्छावा, रीना, निर्मला, सगून परमार, जितेन्द्र कुमावत, अरविंद पाटीदार आदि ने उन्हें विदा किया। दोनों पति-पत्नी को महाराष्ट्र अपने गांव तक जाने के लिये पीसी चौहान द्वारा किराये की राशि दी गई। अनामिका जैन ने बताया की पांच साल पहले उक्त महिला को कोई अन्य महिला बातों में लेकर आई थी, अब उस महिला का भी पता लगाया जाएगा।

Related Articles

Back to top button