इंदौर दोहरा हत्याकांड, 15 दिन बाद भी मनोरोगी आरोपित को ढूंढ न सकी पुलिस

इंदौर। सेवानिवृत्त बैंक मैनेजर कमल किशोर धामंदे और उनकी बेटी रमा अरोरा की हत्या करने वाला पुलिन धामंदे 15 दिन बाद भी पुलिस को नहीं मिला। जिसे मनोरोगी समझा वह शातिर अपराधी निकला। पुलिस से एक कदम आगे चल रहा है। एटीएम से रुपये निकालकर शहर बदल लेता है। आयुक्त ने साइबर एक्सपर्ट को भी जांच में जुटाया है।
घर से निकलने पर भी हेलमेट लगा लेता है। हत्या के दो दिन बाद पुलिस को खबर मिली कि उसने बड़ौदा में एटीएम से रुपये निकाले है। पुलिन पिता का एटीएम कार्ड भी साथ ले गया था। सिम भी उसके पास है। बैंक से जानकारी मिलने में देर हो गई और पुलिन बड़ौदा से निकल गया। इसके दो दिन बाद खबर मिली कि पुलिन गोवा पहुंच गया। यह खबर भी एटीएम से राशि निकाले जाने से मिली।
संयोगितागंज टीआइ विजय तिवारी ने गोवा एसटीएफ से मदद मांगी लेकिन पुलिन का कहीं पता नहीं चला। एसीपी (संयोगितागंज) तुषार सिंह के मुताबिक पुलिन मनोरोगी है, लेकिन शातिर भी है। रुपये निकालने पर मैसेज न आए इसलिए सिम साथ लेकर गया है। लोकेशन ट्रेस होने के कारण मोबाइल भी साथ नहीं ले गया।
मूसली से हत्या की और घर में दुबका रहा सिरफिरा
घटना आठ नवंबर की है। पुलिन ने केके धामंदे और रमा की मूसली से हमला कर हत्या कर दी थी। वह दो दिनों तक घर में रहा था। शवों से बदबू आने पर पुलिन ने पावडर का छिड़काव किया और ब्रैड सेंक कर खाई। इसके बाद वह स्कूटर लेकर फरार हो गया। छोटी बहन क्षमा के घर पहुंचने पर घटना का पता चला तो पुलिस और रहवासी चौंक गए।
अपहरण और हत्या के आरोपितों को कोर्ट पेश करेगी पुलिस
तेजपुर गड़बड़ी से 18 वर्षीय पुष्कर शुक्ला उर्फ चीकू को अगवा कर हत्या करने वाले आरोपित शंकर, तिलक और करण को पुलिस ने सोमवार को कोर्ट में पेश किया। पुलिस ने तीनों का एक दिन का पुलिस रिमांड मांगा। पुलिस पूछताछ समाप्त होने पर मंगलवार को कोर्ट में पेश कर देगी। गौरतलब है कि आरोपितों ने अड़ीबाजी के लिए चीकू को अगवा किया था। उसकी सूनसान जगह पर पिटाई की और कुएं में धकेलकर मार डाला।