मार्च में होने वाली सीयूईटी (पीजी) के दौरान कोई परीक्षा न रखें, एनटीए ने विश्वविद्यालयों को लिखा पत्र

इंदौर। 2024-25 सत्र के लिए शैक्षणिक संस्थानों में प्रवेश को लेकर कामन यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट (सीयूईटी) होना है। नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) ने स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम की प्रवेश परीक्षा की तैयारी तय कर दी। मार्च में सीयूईटी पीजी रखी गई है। जनवरी-फरवरी के बीच आवेदन किए जा सकेंगे। एनटीए ने सारे विश्वविद्यालय को पत्र लिखा है और कहा कि मार्च में किसी भी पाठ्यक्रम की परीक्षा नहीं रखी जाए।
एनटीए के पत्र के बाद देवी अहिल्या विश्वविद्यालय की चिंता बढ़ गई है, क्योंकि अगले साल मई में लोकसभा चुनाव होना है। उसे देखते हुए विश्वविद्यालय ने स्नातक अंतिम वर्ष की परीक्षा मार्च में करवाने पर जोर दिया है। अधिकारियों के मुताबिक, अप्रैल में चुनाव को लेकर आचार संहिता लग सकती है। विद्यार्थियों की परीक्षा में देरी न हो, इसके लिए मार्च में परीक्षा करवाएंगे। हालांकि, अब परीक्षा के संबंध में अधिकारियों की बैठक होना है।
एनटीए के जिम्मे है परीक्षा की जिम्मेदारी
दो सत्रों से 250 विश्वविद्यालय व शैक्षणिक संस्थानों में सीयूईटी के माध्यम से विद्यार्थियों को स्नातक-स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम में प्रवेश दिया जा रहा है। परीक्षा की जिम्मेदारी एनटीए को सौंपी है। बीते दो साल से परीक्षा काफी देरी से हो रही है। इससे संस्थानों को काउंसलिंग करवाने में काफी समय लगता है। बार-बार संस्थानों के अनुरोध के बाद एनटीए ने जल्द परीक्षा करवाने की तैयारी की है।
11 से 28 मार्च के बीच होगी परीक्षा
एनटीए ने सीयूईटी पीजी परीक्षा 11 से 28 मार्च के बीच रखी है। एनटीए ने संस्थानों को पत्र लिखा है और किसी भी पाठ्यक्रम की परीक्षा नहीं करवाने की हिदायत दी है। उधर, इसी अवधि में देवी अहिल्या विश्वविद्यालय ने बीए, बीकाम, बीएससी, बीबीए, बीसीए फाइनल ईयर की परीक्षा रखने पर विचार कर रखा है।
डीएवीवी की मार्च में परीक्षा की थी तैयारी
विश्वविद्यालय के अधिकारियों के मुताबिक, निर्वाचन कार्यों में कर्मचारी और अधिकारियों की ड्यूटी लगेगी। अप्रैल-मई में परीक्षा नहीं करवाई जा सकती है। इसके चलते मार्च में करवाई जाएगी। परीक्षा नियंत्रक डा. अशेष तिवारी का कहना है कि एनटीए का पत्र मिलने के बाद यूजी-पीजी अंतिम वर्ष की परीक्षा को लेकर नए सिरे से रूपरेखा बनाई जाएगी। इसके बारे में कुलपति और अधिकारियों से चर्चा करने के बाद निर्णय लिया जाएगा।