तुवर में मिलर्स की मांग कमजोर, दालों में आगे वैवाहिक सीजन से उम्मीद

इंदौर। छावनी अनाज मंडी दीपावली अवकाश के चलते मंगलवार को बंद रही। मंडी में कारोबार दीपवाली मुहूर्त के साथ 18 नवंबर को शुरू होगा। दीपावली अवकाश के चलते मिलर्स की तुवर में पूछपरख कम है। तुवर दाल में त्योहारी के साथ ही मांग धीमी होने लगी है। इसके चलते तुवर में कमजोरी के कारण काउंटर वालों की खरीदी धीमी है।
कई सेंटर पर काउंटर पर तुवर दाल कम है और मांग निकलती है तो भाव में सुधार की उम्मीद है। अब ग्राहकी के लिए शादियों के सीजन पर नजर है। हालांकि, दिसंबर में सब्जियों की आवक बेहतर होने और फिर हरा मटर की उपलब्धता से दाल की खपत कम होती है, लेकिन जानकारों के अनुसार सब्जियां भी इस सीजन सस्ती होने की उम्मीद कम है। इस बीच अफ्रीका तुवर की आवक में सुधार की उम्मीद जताई जा रही है।
कर्नाटक में पिछले सप्ताह कई क्षेत्रों में बारिश हुई है। बारिश से तुवर की फसल को राहत मिली है। कर्नाटक में तुवर की फसल पिछले वर्ष से बेहतर बताई जा रही है। पिछले साल रोग लगने से काफी नुकसान हुआ था। मराठवाड़ा, बुलढाणा में तुवर की यील्ड कम बैठेगी। तुवर उत्पादन पिछले वर्ष से मामूली बढ़कर आ सकता है। दिसंबर के दूसरे सप्ताह से कर्नाटका तुवर छिटपुट शुरू हो जाएगी।
महाराष्ट्र, कर्नाटक, छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश सभी को तुवर चाहिए क्योंकि पाइपलाइन पूरा खाली है। महाराष्ट्र की तुवर फसल फरवरी में ही प्रेशर बनेगा। नए तुवर आने के पहले एक सुधार की उम्मीद है लेकिन मुनाफा लेने में समझदारी नया तुवर अगले सीजन 9000 के करीब जाने की उम्मीद कम है। बुधवार को दाल-चावल व्यापारी दीपावली मुहूर्त के सौदे करेंगे।