बिलासपुर के पीडब्ल्यूडी में बिना टेंडर रंगाई—पोताई और रोड मार्किंग में पांच करोड़ खर्च

बिलासपुर। लोक निर्माण विभाग में एक और गड़बड़ी सामने आई है। संभाग क्रमांक एक में छत्तीसगढ़ भवन, सर्किट हाउस की मरम्मत, रोड मार्किंग और डिवाइडरों की रंगाई—पोताई के लिए बिना टेंडर ठेकेदारों को पांच करोड़ का काम दे दिया। अब काम पूरा होने के बाद ठेकेदारों को भुगतान करने की तैयारी है।
आमतौर पर पहले टेंडर जारी होता है। इसके बाद ही ठेकेदारों कार्यादेश जारी किया जाता है, लेकिन लोक निर्माण विभाग के संभाग क्रमांक एक में उल्टी गंगा बह रही है। यानी पहले ठेकेदारों से काम पूरा करा लिया गया। इसके बाद अब टेंडर जारी किया जा रहा है। नईदुनिया को चार कार्यों के टेंडर के दस्तावेज मिले हैं। यह कार्य करीब एक करोड़ का है।
टेंडर में सात लाख 41 हजार में बिलासपुर—रतनपुर फोरलेन के किमी 1/2 से 4/4 बराबर 3.40 किमी तक डिवाइडर में पेंटिंग, 17 लाख 50 हजार में बिलासपुर—रतनपुर मार्ग के किमी 1/2 ये 4/4 बराबर 3.40 किमी तक रोड मार्किंग, 19 लाख 96 हजार में बिलासपुर—रतनपुर मार्ग में 4/4 से 8/4 बराबर 4 किमी तक रोड मार्किंग कार्य व 19 लाख 98 हजार की लागत से 8/6 से 9/4 बराबर एक किलोमीटर तक डिवाइडर पेंटिंग कार्य हुए हैं। इसी तरह अन्य कार्य के लिए भी बैक डेट में टेंडर जारी हो रहे हैं।
इन सब इंजीनियरों ने एमबी का किया है संधारण
ठेकेदारों द्वारा काम खत्म करने के बाद सब इंजीनियरों अश्वनी कुंजाम, राजेंद्र तंवर, राजेश बैस, छत्तीसगढ भवन में तैनात अतुल स्वर्णकार, उपसंभाग कोनी में पदस्थ शैलेंद्र खांडे, अतिरेक राही और लव जायसवाल की ओर से अवलोकन किया गया। इसके बाद मेजरमेंट बुक में इसे दर्ज किया गया। इसके बाद एमबी बुक को उपसंभाग क्रमांक एक के एसडीओ आदित्य ग्रोवर और उपसंभाग क्रमांक दो के एसडीओ संतोष भगत को सौंपा गया। दोनों एसडीओ के दस्तखत के बाद फाइल ईई के पास आएगी।
ठेकेदार निलंबित ईई के काट रहे चक्कर
बैमा में 1,500 कैदी क्षमता की जेल के निर्माण में ब्लैक लिस्टेड कंपनी मां भगवती फर्म को पुनर्जिवीत करने के मामले में संभाग क्रमांक एक के ईई बीएल कापसे को शासन ने सस्पेंड कर दिया गया है। इसके बाद से भुगतान का मामला फंस गया है। आलम यह है कि परेशान ठेकेदार मेजरमेंट बुक में दस्तखत कराने के लिए निलंबित ईई के निवास के चक्कर काट रहे हैं।
इन ठेकेदारों को मिला काम
कार्यपालन अभियंता संभाग क्रमांक एक की ओर से नान एग्रीमेंट के तहत कार्य आदेश जारी किया गया। इसमें ईई ने पांच करोड़ का काम सौंप दिया। जनि ठेकेदारों को काम मिला है उनमें नरेश कंस्ट्रक्शन के प्रोपाइटर नरेश शुक्ला, मोचनलाल राय, कमलकिशोर , अजितेश ठाकुर, कमलेश्वर सिंह शामिल हैं।
काम पूरा होने के बाद टेंडर हो रहा जारी
लोक निर्माण विभाग की ओर से गड़बड़ी पर पर्दा डालने के लिए चार कार्य का टेंडर जारी किया गया है। इसका क्रमांक 6715/एनआइटी—16/2023—24/वलेलि दिनांक 4.10.2023 है। क्रय करने का आवेदन की अंतिम तिथि 12.10.2023, ठेकेदार द्वारा निविदा प्राप्त करने की तिथि 19.10.2023 और निविदा खोलने की तिथि 20 अक्टूबर 2023 है।
इन्होंने कहा
आप किस सड़क की बात कह रहे हैं। आप मुझे उस सड़क का नाम की जानकारी दें। मामले की जांच कराकर दोषियों के खिलाफ मैं कार्रवाई करूंगा।
आलोक कटियार, सचिव लोक निर्माण विभाग