ब्रेकिंग
PCC चीफ ने कहा, DGP का आदेश खाकी वर्दी का अपमान सांसद-विधायक को सैल्यूट करेगें पुलिस कर्मी, ये लोकतं... सीएम बोले- पाकिस्तानी नागरिकों को एमपी से जल्द बाहर करें: पुलिस अधिकारियों को अभियान चलाने के निर्दे... मंदसौर में तेज़ रफ़्तार कार कुऐ में गिरी 6 लोगों की मौत केंद्र सरकार का एक और सख्त फैसला, पाकिस्तानी हिंदुओं की चारधाम यात्रा पर रोक कथावाचक पं. प्रदीप मिश्रा ने अमित शाह को बताया शिव अवतार, बयान पर मचा बवाल, कांग्रेस-बीजेपी आमने-साम... केंद्र सरकार का बड़ा ऐलान: पाकिस्तानी हिन्दु , सिखो का वीजा रद्द नहीं होगा नवविवाहिता के साथ रेप कर हत्या, कमरे में निवस्त्र मिली लाश, जेठ पर आरोप कमरे में निवस्त्र मिली लाश,... पहलगाम हमले के बाद अमरनाथ यात्रा पर खतरा मंडराया, सुप्रीम कोर्ट में पीआईएल दाखिल मध्यप्रदेश में एक मई से होगे ट्रांसफर मुख्यमंत्री ने शिक्षण सत्र खत्म होने के बाद बताया तबादलों का क... लखनऊ में भीषण आग, 65 झोपडिय़ां जलीं, रुक-रुककर फटते रहे सिलेंडर, 6 घंटे में काबू पाया
धार्मिक

अनंत चतुर्दशी के दिन इस शुभ मुहूर्त में करें गणपति विसर्जन, जानिए पूजा विधि

इस समय देश भर में गणेश उत्सव की धूम है। 10 दिनों तक चलने वाले गणेश उत्सव का इंतजार सभी को रहता है। भगवान गणेश प्रथम पूज्य माने जाते हैं, इनकी पूजा से सभी तरह के कष्ट और बाधाएं समाप्त हो जाती हैं। गणेश चतुर्थी पर घर-घर में बप्पा की मूर्ति स्थापित की जाती है और अनंत चतुर्दशी के दिन गणपति विसर्जन किया जाता है। माना जाता है कि बप्पा को खुशी-खुशी अपने घर से विदा करना चाहिए और उनसे अगले साल आने की प्रार्थना करनी चाहिए। आइए, जानें अनंत चतुर्दशी पर शुभ मुहूर्त कब है और किस तरह से पूजा करनी चाहिए।

गणेश विसर्जन शुभ मुहूर्त

इस साल अनंत चतुर्दशी 28 सितंबर 2023, गुरुवार के दिन है। इसी दिन भगवान गणेश की विसर्जन किया जाएगा। वैसे तो बप्पा को डेढ़, तीन, पांच और सात दिन में ही विसर्जित किया जा सकता है। इस दिन गणेश विसर्जन के लिए शुभ मुहूर्त सुबह 06 बजकर 11 मिनट से 07 बजकर 40 मिनट तक रहेगा। वहीं, शाम के समय गणपति विसर्जन का शुभ मुहूर्त 04 बजकर 41 मिनट से रात 09 बजकर 10 मिनट तक रहेगा। इन शुभ समय में बप्पा का विसर्जन किया जा सकता है।

गणेश विसर्जन पूजा विधि

अनंत चतुर्दशी के दिन गणेश विसर्जन पूरे विधि-विधान से करना चाहिए। गणेश जी को लाल चंदन, लाल फूल, दूर्वा, मोदक, पान, सुपारी, धूप-दीप आदि अर्पित करना चाहिए। इसके बाद परिवार सहित बप्पा की आरती करें। इस दिन हवन करना भी शुभ होता है। संभव हो तो हवन जरूर करें। आरती के बाद बप्पा को हाथ में लड्डू की पोटली दें। लड्डू की पोटली के साथ ही उन्हें विदा करें। साथ ही गणेश जी से अपनी गलतियों के लिए क्षमा याचना करें और उनसे अगले साल आने की प्रार्थना करें। इसके बाद धूमधाम से खुशी-खुशी बप्पा को विसर्जित करें।

डिसक्लेमर

‘इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं। हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी।’

Related Articles

Back to top button