प्रदेश में संकट से बचने के लिए 600 मेगावाट बिजली खरीदी की तैयारी

जबलपुर। मप्र में बिजली की उपलब्धता को लेकर बिजली कंपनी की चिंता बढ़ गई है। वर्तमान में जिस तरह बिजली की मांग के पूर्व अनुमान को गलत साबित किया है इससे रबी सीजन में भी मांग बढ़ने का अंदेशा बन गया है। बिजली कंपनी को 17 हजार मेगावाट के आसपास बिजली की मांग रबी सीजन तक पहुंचने का अनुमान था तैयारी भी उसी हिसाब से की गई थी लेकिन अब ताजा अनुमान 18400 मेगावाट तक बिजली की जरूरत महसूस की जा रही है। इसलिए बिजली कंपनी ने बाजार से बिजली खरीदी के लिए आफर बुलाया है। अक्टूबर-नवंबर के लिए लगभग 600 मेगावाट की जरूरत महसूस की जा रही है।
रबी सीजन के दौरान बिजली की मांग सर्वाधिक
प्रदेश में रबी सीजन के दौरान बिजली की मांग सर्वाधिक होती है। कृषि पंप चलने की वजह से मांग बढ़ती है। सालभर बिजली कंपनी रबी सीजन के लिए तैयारी करती है इसलिए बैकिंग और अन्य स्त्रोतों से बिजली की उपलब्धता सुनिश्चित की जाती है। इस बार बिजली कंपनी को पूर्वानुमान है कि 18400 मेगावाट तक बिजली की मांग पहुंच सकती है जिसके लिए बिजली की उपब्धता को लेकर तैयारी शुरू हाे गई है।
कंपनी के पास करीब 17 हजार मेगाावाट तक बिजली की उपलब्धता
बिजली कंपनी के पास करीब 17 हजार मेगाावाट तक बिजली की उपलब्धता है इसमें बैकिंग और अन्य स्त्रोत है। अब करीब 1400 मेगावाट अतिरिक्त बिजली की व्यवस्था बिजली कंपनी करना चाह रही है ताकि रबी सीजन के वक्त कोई दिक्कत न हो। ऐसे में अभी से 600 मेगावाट बिजली के लिए निविदा निकाली गई है निजी सेक्टर से बिजली खरीदी का प्रयास किया जा रहा है।
अलग-अलग समय के लिए बिजली खरीदी
बिजली कंपनी ने अक्टूबर से 100 मेगावाट से लेकर 200 – 400 मेगावाट तक बिजली की जरूरत है। इसके हिसाब से बिजली कंपनी बाजार से आफर बुला रही है। अभी पावर मैनेजमेंट कंपनी के सीजीएम पावर मैनेजमेंट प्रवीण जैन ने बताया कि निविदा निकाली गई है। 25 सितंबर तक इस बिजली खरीदी की प्रक्रिया हो जाएगी। उन्होंने कहा कि यदि और जरूरत होगा तो आफर निकाले जाएंगे। इसके बाद दिसंबर-जनवरी के लिए अलग बिजली खरीदने की योजना बनाई जाएगी।