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मध्यप्रदेश

नागचंद्रेश्वर मंदिर के पट खुलने का इंतजार भक्ति का उल्लास छाया लगी श्रद्धालुओं की कतार

 उज्जैन। नागपंचमी पर ज्योतिर्लिंग महाकाल मंदिर के शिखर पर स्थित भगवान नागचंद्रेश्वर मंदिर के पट एक साल बाद रविवार-सोमवार की मध्य रात्रि 12 बजकर 10 मिनट पर खोले जाएंगे। इसके बाद महानिर्वाणी अखाड़े के महंत विनीतगिरी महाराज के सानिध्य में शासकीय अधिकारी व जनप्रतिनिधियों की ओर से भगवान नागचंद्रेश्वर की पूजा अर्चना की जाएगी।

सोमवार रात 12 बजे तक चलेगा दर्शन का सिलसिला

रात 12.40 बजे आम दर्शन का सिलसिला शुरू होगा जो सोमवार रात 12 बजे तक चलेगा। भगवान नागचंद्रेश्वर के दर्शन के लिए भक्तों में अपार उत्साह नजर आ रहा है। रात से ही हजारों भक्त दर्शन की कतार में लग गए । प्रशासन का दावा है कि बेहतर इंतजाम व निरंतर चलायमान व्यवस्था से भक्तों को कतार में लगने के बाद एक घंटे में नागचंद्रेश्वर के दर्शन कराए जाएंगे।

भगवान नागचंद्रेश्वर की त्रिकाल पूजा होगी

नागपंचमी पर भगवान नागचंद्रेश्वर की त्रिकाल पूजा होगी। रात 12 बजे पट खुलने के बाद महानिर्वाणी अखाड़े की ओर से गादीपति महंत विनीतगिरी महाराज ने प्रथम पूजा की। सोमवार दोपहर 12 बजे अधिकारी शासकीय पूजा करेंगे। शाम को भगवान महाकाल की संध्या आरती के बाद मंदिर समिति की ओर से महाकाल मंदिर के पुजारी भगवान नागचंद्रेश्वर का पूजन करेंगे। प्रशासक संदीप कुमार सोनी ने बताया रविवार मध्य रात्रि से शुरू हुआ दर्शन का सिलसिला सोमवार रात 12 बजे तक चलेगा। दर्शनार्थी सोमवार रात 10 बजे तक दर्शन की कतार में लग सकेंगे। इसके बाद प्रवेश बंद कर दिया जाएगा।

नागचंद्रेश्वर व महाकाल के लिए यह दर्शन व्यवस्था

नागचंद्रेश्वर दर्शन

भगवान नागचंद्रेश्वर के दर्शन हेतु समस्त श्रद्धालु भील समाज धर्मशाला से प्रवेश कर गंगा गार्डन के पास से चारधाम पार्किंग जिगजेग से हरसिद्धि चौराहा, बड़ा गणेश मंदिर के सामने से 4 व 5 नंबर गेट से मंदिर में प्रवेश करेंगे। दर्शन के उपरांत मार्बल गलियार से मंदिर के बाहर निकलेंगे।

महाकाल दर्शन

भगवान महाकाल के दर्शन हेतु समस्त श्रद्धालु त्रिवेणी संग्रहालय, महाकाल महालोक होते हुए मानसरोवर फैसिलिटी सेंटर से मंदिर में प्रवेश करेंगे। गणेश व कार्तिकेय मंडपम से दर्शन के बाद अनादिकल्पेश्वर मंदिर के पास से होते हुए निर्माल्य द्वार से मंदिर के बाहर निकलेंगे।

नागपंचमी पर पार्किंग व्यवस्था

इंदौर रोड की ओर से आने वाले वाहन यहां पार्क होंगे

  • शासकीय इंजीनियरिंग कॉलेज तिराहे पर हाउसिंग बोर्ड मैदान
  • हरिफाटक ओवरब्रिज के नीचे हाट बाजार मैदान
  • हरिफाटक ओवरब्रिज के समीप मन्नत गार्डन

देवास, मक्सी और आगर से आने वाले वाहन

  • शासकीय इंजीनियरिंग महाविद्यालय मैदान।
  • प्रशांति धाम पार्किंग।

बड़नगर व नागदा की ओर से आने वाले वाहन

  • मुल्लापुरा पार्किंग
  • कार्तिक मेला मैदान पार्किंग
  • आदिनाथ जैन पार्किंग
  • उदासीन अखाड़ा व निर्मोही अखाड़ा बड़नगर रोड

पार्किंग स्थल से निशुल्क बस सेवा

पार्किंग स्थलों से महाकाल मंदिर पहुंचने के लिए निशुल्क बस सेवा उपलब्ध कराई जाएगी। प्रशासन ने 50 बसों को इंतजाम किया है। दर्शनार्थी वाहन पार्क करने के बाद बस में बैठकर मंदिर पहुंचेंगे। लौटने पर भी बस सुविधा उपलब्ध रहेगी।

अलग-अलग रंग के जूता स्टैंड

नागचंद्रेश्वर मंदिर में दर्शन करने वाले श्रद्धालुओं के लिए भील समाज की धर्मशाला पर काला तथा हरसिद्धि की पाल पर नीला जूता स्टैंड स्थापित किया है।

महाकाल दर्शन करने वाले श्रद्धालुओं के लिए चारधाम आश्रम के सामने सरफेस पार्किंग पर लाल रंग का जूता स्टैंड रहेगा।

लड्डू प्रसाद काउंटर

देशभर से आने वाले दर्शनार्थी सुविधा से भगवान महाकाल का लड्डू प्रसाद खरीद सकें, इसलिए भील समाज धर्मशाला व नृसिंह घाट तिराहे पर विशाल प्रसाद काउंटर स्थापित किया है। मंदिर पहुंच अन्य मार्गों पर भी काउंटर स्थापित किए जाएंगे।

घरों में कुल परंपरा अनुसार होगा नागदेवता का पूजन

नागपंचमी पर मालवा की लोकपरंपरा अनुसार घरों में भगवान नागदेवता का पूजन होगा। भक्त दीवार पर नागदेवता की आकृति बनाकर सुख समृद्धि तथा वंशवृद्धि की कामना से नागदेवता का पूजन करेंगे। भगवान को दाल, बाटी व चूरमे का भोग लगाया जाएगा। लोकमान्यता में इस दिन चूल्हे पर तवा नहीं चढ़ता है।

नागों के प्रदर्शन पर रोक

नागपंचमी पर नागों के प्रदर्शन व उनके पूजन पर रोक रहेगी। ऐसा करते पाए जाने पर सपेरों के विरुद्ध पशु क्रूरता अधिनियम के तहत कार्रवाई होगी। नागों का प्रदर्शन होने पर कोई भी व्यक्ति वन विभाग को सूचित कर सकते हैं।

स्‍कूलों में नागपंचमी का अवकाश घोषित

कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम के निर्देश पर जिला शिक्षा अधिकारी ने नगर निगम सीमा में संचालित समस्त शासकीय एवं अशासकीय स्कूलों में विद्यार्थियों के लिए नागपंचमी (21 अगस्त) की छुट्टी घोषित की है। कहा कि इस दिन भगवान महाकालेश्वर की सवारी निकलना है और महाकालेश्वर मंदिर के शिखर पर स्थित नागचंद्रेश्वर मंदिर के पट खुलना है। देशभर से भारी संख्या में श्रद्धालुओं का सवारी में शामिल होने और नागचंद्रेश्वर के दर्शनार्थ आने का अनुमान है। ऐसे में सड़क सुरक्षा और यातायात व्यवस्था बहाल रखने को छुट्टी घोषित की है।

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