ठगों ने मुफ्त में सिंचाई पाईप व बिजली पंप का दिया लालच किसान सम्मान निधि के बदल दिए खाते

शिवपुरी। कोलारस के ग्राम बैडारी निवासी दर्जन भर से अधिक आदिवासी किसानों ने मुफ्त में मिलने पाइप और मोटर के लालच में आकर किसान सम्मान निधि गवां दी। यह किसान सम्मान निधि अब किसानों के खाते में न जाकर ठगों के फिनो पेमेंट बैंक में खोले गए फर्जी खातों में जा रही है।
पीड़ित किसानों के अनुसार करीब दो महीना पहले गांव में दो व्यक्ति आए। उन दोनों ने ग्रामीणों को बताया कि वह कृषि विभाग के अधिकारी हैं। उन्होंने किसानों को सरकार की एक कथित फर्जी योजना के बारे में बताया। उन्होंने लालच दिया कि सरकार उन सबको सिंचाई के लिए 72 पाइप, डीजल पंप और बिजली की मोटर फ्री देगी।
उन्होंने किसानों से कहा कि वह इसके एवज में कार्रवाई आज करेंगे और इसके बदले में उनसे कोई पैसा नहीं लेंगे। किसान लालच में आ गए और उनकी बात पर भरोसा करके उन्हें न सिर्फ अपने मोबाइल नंबर बल्कि मोबाइल पर आई ओटीपी भी दे दी। ठगों ने मशीन पर किसानों के अंगूठे भी दो-दो बार लगवा लिए। ठगों ने किसानों के बैंक खातों में आने वाली किसान सम्मान निधि की राशि के खाते बदल कर फिनो बैंक के फर्जी खातों में डायवर्ट कर दी।
ग्रामीणों ने पुलिस में दर्ज करवाई शिकायत
दो माह से यह राशि अब किसानों के बैंक आफ इंडिया स्थित खातों में न आकर ठगों के फिनो बैंक स्थित खातों में जा रही है, जिसे ठग आहरित भी कर रहे हैं। ग्रामीणों ने मामले की शिकायत पुलिस को दर्ज करवा कर मामले में उचित कार्रवाई की मांग की है।
ये किसान हुए ठगों का शिकार
नबलसिंह पुत्र श्री महेश आदिवासी, सरवन पुत्र शिब्बू आदिवासी, निवास पुत्र महेश आदिवासी, रामहेत पुत्र जगनी आदिवासी, ब्रजवल्लव पुत्र सोदू आदिवासी, कैलाश पुत्र हल्कू आदिवासी, सुशीला पत्नी मदन आदिवासी, रघुवीर पुत्र बाबूलाल आदिवासी, नीलम पुत्र अर्जुन आदिवासी, विनोद पुत्र जादो आदिवासी, कृपान पुत्र गब्बू जाटव, ब्रजेश पुत्र जगनी आदिवासी, मिट्ठू पुत्र गब्बू जाटव, बारेलाल पुत्र बौरा आदिवासी।
ऐसे हुआ फर्जीवाड़े का खुलासा
ग्रामीणों ने अपने खातों में किसान सम्मान निधि की राशि चैक करवाई, तो उन्हें पता चला कि पिछले दो माह से उनके खातों में किसान सम्मान निधि की राशि नहीं आई है। उनकी राशि फिनो पेमेंट बैंक के खाते में पहुंच रही है और इस राशि को एटीएम से निकाला भी जा रहा है। किसानों को अहसास हुआ कि उन्हें मुफ्त का लालच देकर ठग उनकी किसान सम्मान निधि हड़प ले गए।