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मध्यप्रदेश

20 साल तक पार्टी के लिए काम करने के बाद भी नहीं मिला टिकट, सोशल मीडिया पर पोस्ट कर जाहिर की नाराजगी

ग्वालियर। मध्य प्रदेश में चुनाव को अब सिर्फ 4 महीने का वक्त बाकि है। इससे पहले बीजेपी ने अचानक उम्मीदवारों की लिस्ट जारी कर सबको हैरान कर दिया है। भाजपा ने न तो चुनावों की घोषणा का इंतजार किया और न ही कांग्रेस की सूची आने का। 39 सीटों पर अपने उम्मीदवारों के नाम घोषित कर दिए। जिसके बाद उम्मीदवारों में खुशी की लहर है। लेकिन जिन नेताओं को टिकट नहीं मिला उन्होंने खुलकर नाराजगी जाहिर की है।

ग्वालियर में बीजेपी प्रदेश महामंत्री रणवीर सिंह रावत के टिकट कटाने पर बेटे आदित्य रावत ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर नाराजगी जाहिर की है। रावत ने पार्टी की कार्यशैली पर सवाल उठाते हुए लिखा कि रणवीर सिंह ने 20 साल तक पार्टी के लिए काम किया। 2018 विधानसभा चुनाव में दरकिनार किया। राज्यसभा के चुनाव में दरकिनार किया, सहनशक्ति की भी एक सीमा होती है।

ता दें रणवीर रावत सबलगढ़ विधानसभा से टिकट मांग रहे थे। लेकिन पार्टी ने सबलगढ़ से सरला रावत को टिकट दिया है। पार्टी ने मुरैना जिले की सबलगढ़ सीट पर भाजपा ने सरला विजेंद्र रावत को टिकट दिया है। 2018 में कांग्रेस के बैजनाथ कुशवाह ने यह सीट जीती थी। तब रावत तीसरे स्थान पर रही थीं। फिर भी जीत का अंतर 10 हजार वोट से कम रहा था।

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