शराब के लिए दो सफाई कर्मचारियों ने की वृद्ध की हत्या

भोपाल। कटारा हिल्स इलाके में एक क्वार्टर शराब के लिए दो सफाई कर्मचारियों ने एक वृद्ध की पत्थर से सिर कुचलकर हत्या कर दी थी। घर से निकले वृद्ध की स्वजन ने गुमशुदगी दर्ज कराई थी। पांच दिन बाद उनकी लाश मिलने पर पुलिस ने जांच की तो पता चला कि उनकी हत्या की गई है। पुलिस ने दोनों आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया है।
बेटी-दामाद के यहां आए थे बुजुर्ग सज्जन
थाना प्रभारी भान सिंह प्रजापति ने बताया कि मिट्ठू पवार (68) वेस्टर्न कोल फील्ड लिमिटेड के सेवानिवृत्त कर्मचारी थे। वह मूलत: छिंदवाड़ा के रहने वाले थे। फिलहाल करारिया फार्म बजरिया में रहते थे। उनकी बेटी और दामाद कटारा हिल्स स्थित गौरीशंकर कौशल आवासीय परिसर में रहते हैं, जहां उनकी आना-जाना था। इस दौरान परिसर में साफ-सफाई करने वाले गजराज (50) और अंकित खरे (22) दोनों निवासी ग्राम बर्रई से उनकी जान-पहचान थी।
सीसीटीवी फुटेज की मदद से आरोपितों तक पहुंची पुलिस
पुलिस ने आगे बताया कि बीती नौ अगस्त की सुबह करीब साढ़े ग्यारह बजे मिट्ठू पवार बेटी के घर से निकले, लेकिन वापस नहीं लौटे। स्वजन ने काफी खोजने के बाद अगले दिन थाने पहुंचकर उनकी गुमशुदगी दर्ज कराई थी। पांच दिन बाद अवधपुरी के ग्राम झागरिया स्थित झुग्गी बस्ती के सामने उनका शव बरामद हुआ था। पीएम रिपोर्ट के बाद कटारा पुलिस ने इस मामले में अज्ञात आरोपितों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया था। इलाके में लगे सीसीटीवी कैमरों और तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर पुलिस ने दो सफाई कर्मचारी गजराज और अंकित को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो उन्होंने हत्या करना स्वीकार कर लिया।
एक क्वार्टर शराब के लिए की थी हत्या
जांच के दौरान पता चला कि नौ अगस्त की सुबह तीनों लोग कलारी पहुंचे और वहां से शराब खरीदकर पी। इस दौरान मिट्ठू पवार ने कई और क्वार्टर खरीदकर अपने झोले में रख लिए थे। झागरिया बस्ती के पास अंकित ने मिट्ठू से एक क्वार्टर शराब मांगी तो उन्होंने देने से मना कर दिया। इस पर अंकित जबरन उनके झोले से क्वार्टर निकालकर भाग निकला। मिट्ठू ने इस दौरान गजराज को पकड़ लिया और अंकित को बुलाने पर अड़ गए। गजराज ने उसे फोन करके बुलाया तो उसने उनका क्वार्टर वापस लौटा दिया, लेकिन दोनों के बीच विवाद हो गया। इस दौरान अंकित ने एक पत्थर उठाकर मिट्ठू के सिर पर दे मारा। इससे मिट्ठू लहूलुहान होकर जमीन पर गिर पड़े। आरोपितों को लगा कि मिट्ठू जीवित बचे तो दोनों पुलिस केस में फंस सकते हैं, इसलिए उन्होंने पत्थर से मिट्ठू के सिर और कमर पर कई वार किए। इसके बाद उन्होंने मिट्ठू के शव को झाड़ियों में फेंक दिया और शराब वाला झोला लेकर भाग निकले।