खजाने की तलाश पूरी न होने पर मंदिर में तोड़फोड़ प्रतिमा को बाहर फेंका

सागर। महाराजपुर थाना क्षेत्र के वाराह ग्राम पंचायत के हर्राखेड़ा गांव में धन के लालच में खोदाई व मंदिर में तोड़फोड़ का मामला सामने आया है। पुलिस ने आरोपित को गिरफ्तार कर लिया है। जानकारी के मुताबिक महाराजपुर थाना पुलिस को मंदिर में तोड़फोड़ किए जाने की सूचना मिली थी। अज्ञात व्यक्ति ने पुलिस को सूचना दी थी कि ग्राम बारह के हर्राखेड़ा मौजा में स्थित सिंह वाहनी देवी मंदिर में तोड़फोड़ कर देवी की प्रतिमा को बाहर फेंक दिया गया है। मंदिर की पूजा समग्री की नुकसान पहुंचाकर आमजन की धार्मिक भावनाओं के ठेस पहुंचाई गई है।
सपना देखने के बाद खजाने की खोज में जुटा था आरोपित
इस पर पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ मामला दर्ज कर तलाश शुरू की। एसडीओपी देवरी पूजा शर्मा के नेतृत्व में महाराजपुर पुलिस ने जांच शुरू की तो गांव के ही संदिग्ध नेतराम प्रजापति पिता ओमकार प्रजापति को पकड़ा गया। जब आरोपित नेतराम से पूछताछ की तो उसने बताया कि 4-5 दिन पहले माता जी ने सपने में आकर उसे जमीन में गढ़े खजाने का बता कही थी। तभी से वह मंदिर के आसपास जंगलों में खजाने को ढूंढ़ रहा था। लंबे मशक्कत के बाद भी जब खजाना नहीं मिला तो वह गुस्से में आ गया। इसी से नाराज होकर उसने रात्रि में मंदिर में जाकर माताजी की मूर्ति को उठाकर मंदिर से बाहर फेंक दिया व मंदिर में तोडफोड की। पुलिस ने आरोपित को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया।
माता सिंहवाहिनी का है मंदिर
महाराजपुर थाना प्रभारी मनीश भदौरिया ने बताया कि हर्राखेड़ा गांव के पास प्राचीन खेरापति मंदिर है। मंदिर में ही माता सिंहवाहिनी विराजी हैं। 14 अगस्त की रात यहां तोड़फोड़ की गई थी। 15 अगस्त की सुबह इसका पता चला। इस मामले में संदिग्ध को पकड़ा तो उसने सच उगल दिया।
आरोपित बोला, आदमी झूठ बोलता है, अब माता भी बोलने लगीं
महाराजपुर थाना प्रभारी मीनेश भदौरिया ने बताया कि पूछताछ में आरोपित नेतराम ने बताया कि घटना से 4-5 दिन पहले से माताजी सपने में आकर उसे जमीन में गड़े खजाने का बता रही थीं। वह 4-5 दिन से मंदिर के आसपास जंगल में खजाने की खोज कर रहा था। लेकिन, खजाना नहीं मिला। गुस्से में वह मंदिर पहुंचा। उसने कहा कि आदमी तो झूठ बोलता है, अब माता भी झूठ बोलने लगीं। इसी गुस्से में उसने देर रात मंदिर में विराजीं माता की मूर्ति को उठाकर मंदिर से बाहर फेंक दिया। मंदिर में तोड़फोड़ की। वारदात के बाद से वह गांव में था। कोर्ट ने उसे जेल भेज दिया है।