जबलपुर में मिनी धुआंधार का लुत्फ उठाने जुट रहे पर्यटक दांव पर लगा रहे जान

जबलपुर। पिछले करीब एक पखवाड़े से बरसात का दौर थमा हुआ है। आंशिक बूंदाबांदी काे छोड़ दें तो बरसात नहीं होने जैसी ही स्थिति है। वर्षा नहीं होने से छोटी-बड़ी नदियों का जलस्तर भी तेजी से घटा है। नतीजतन नदियों पर स्थित पर्यटन स्थलों पर पर्यावरण प्रेमियों की आवाजाही बढ़ने लगी है। भेड़ाघाट में तो पानी की अधिकता के चलते फाल समाप्त जैसा है, लेकिन जमतरा के पास स्थित मिनी भेड़ाघाट में लोग धुआंधार का नजारा देख रोमांचित हो रहे हैं। हम बात कर रहे हैं, भदभदा वाटर फाल की गर्मी कि दिनों में भले इसकी तरफ लाेगों का ध्यान न जाता हो, लेकिन इस सीजन में लोग जी भरकर यहां के प्राकृतिक सौदर्य का आनंद उठा रहे हैं।
वर्षाकाल में मनमोहता है भदभदा
स्थानीय स्तर पर वाटर फाल की बात हो तो भेड़ाघाट स्थित धुआंधार की तस्वीर ही जेहन में उभरती है। धुआंधार है, भी अत्यंत खूबसूरत जगह। लेकिन वहां का सौंदर्य बरसात के दिनों में गायब रहता है। इस सीजन में नदी में पानी रहता है, इसलिए नदी में फाल नहीं बन पाता। यद्यपि यहां नर्मदा में दिखने वाली अथाह जलराशि जरूर लाेगों का आकर्षित करती है। बावजूद इसके जिन लोगों को वाटर फाल का नजारा देखना होता है, वो भदभदा का रूख करते हैं।
गौर नदी पर है यह फाल
शहर से करीब 12 किलोमीटर दूर गौर नदी पर बनने वाला यह फाल आइटीबीपी जमतरा के पास स्थित है। यहां भी इन दिनों नजारा आम दिनों के धुआंधार की तरह ही है। करीब 20 फुट की ऊंचाई से िगिरने वाले पानी की वापस हवा में तैरती बूंदें लोगों को खूब भा रहा है। फाल के ठीक पहले चट्टानों से होकर उछलता-कूदता आगे बढ़ता गौर नदी का पानी भी लोगों का ध्यान अपनी ओर खींचता है।
जुट रहे बड़ी संख्या में लोग
भदभदा वाटर फाल लोगों को भेड़ाघाट जैसा आनंद दे रहा है। इस फाल को देखने लोग बड़ी संख्या में पहुंच रहे हैं। यहां आने वालों में शहर के अलावा शहर से बाहर के लोग भी शामिल हैं। लोग यहां आकर जहां नदी में स्नान और जलक्रीड़ा का आनंद उठा रहे हैं। वहीं बहुत से लोग ऐसे भी हैं जो पूरे दिन का शिड्यूल फिक्स करके आ रहे हैं और यहां फैमिली पिकनिक कर रहे हैं।
लापरवाहियों के नजारे भी
भदभदा फाल के आस-पास गौर का सौंदर्य निहारते लोग लापरवाही करते भी नजर आ रहे हैं। पानी के अंदर चट्टानों एवं पत्थर पर काई लगी हुई है, बावजूद लोग पानी के अंदर लापरवाही पूर्वक उलछ कूद करते हैं। शेल्फी और फोटो सेशन के लिए भी लोग जोखिम की सीमा लांघ कर अपनी जान दांव पर लगा रहे हैं। इसी प्रकार से वाटर फाल के ठीक नजदीक नीचे की ओर लोग मछली पकड़ने का प्रयास भी कर रहे हैं। जबकि हाल ही में कुछ दिन पहले मछली पकड़ने के चक्कर में चार युवा भेड़ाघाट के पास नर्मदा के बीच फंस गए थे, जिन्हें सुरक्षित निकालने के लिए बड़ी मशक्कत करना पड़ी थी।
कोई रोकने टोकने वाला नहीं
भदभदा के पास लोगों को मनमानी करने से रोकने-टोकने वाला कोई नहीं है। यहां न तो स्थानीय स्तर पर कोई बोलने वाला है और न ही प्रशासन-पुलिस या होमगार्ड की ओर से किसी को बैठाया गया है। यहां फाल के पास न तो सुरक्षा के इंतजाम हैं और न ही कोई लोगों को रोकने टोकने वाला है।