पहाड़ी कोरवाओं से मारपीट करने वाले चारों भाई गिरफ्तार

शंकरगढ़। पहाड़ी कोरवा मजदूरों के साथ मारपीट और उपचार के नाम पर कब्जे में रखने के आरोप पर विरोध प्रदर्शन के बाद शंकरगढ पुलिस ने ग्राम महुआडीह निवासी चार सगे भाई समीद अंसारी (40),मजीद अंसारी (29),रशीद अंसारी(28) तथा जशीद अंसारी (19) को गिरफ्तार कर लिया है।इन सभी के विरुद्ध मारपीट और अपहरण का अपराध पंजीकृत किया गया है।
जानकारी के अनुसार ग्राम महुआडीह निवासी समीद अंसारी ने ग्राम सिहार में जमीन किराए पर लेकर टमाटर की खेती की है। खेत में काम करने के लिए उसने ग्राम पंचायत पहरी के आश्रित ग्राम बनखेता निवासी मिटकु कोरवा सहित तीन लोगों को बतौर मजदूर साथ रखा था। इन तीनों से टमाटर की खेती में मजदूरी कराई जाती थी। मंगलवार की सुबह मिटकु कोरवा की पत्नी ने टमाटर के खेत में काम करने के एवज में मजदूरी का पैसा मांगा था। इस पर समीद अंसारी ने रुपये देने से इंकार करते हुए कोरवा महिला से गाली- गलौज कर मारपीट शुरु कर दी थी। महिला के पति मिटकु कोरवा सहित अन्य ने बीच-बचाव किया तो आरोपितों ने उन्हें भी डंडे से बेदम पीटा था। ग्रामीणों ने इसका विरोध किया तो आरोपित समीद अंसारी उसके भाई मजीद अंसारी ,रशीद अंसारी तथा जशीद अंसारी ने मिलकर इलाज कराने का बहाना बनाकर मिटकू कोरवा व अन्य को अपने गाड़ी में जबरन बैठाकर अपने पोल्ट्री फार्म ग्राम बेलसर ले गया था। मंगलवार की दोपहर में ही घटना की सूचना शंकरगढ पुलिस को दे दी गई थी। पुलिस ने घटना को हल्के में लिया था। पीड़ित कोरवाओं के स्वजन उनकी तलाश में लगे थे।
जब पुलिस की ओर से आरोपितों की गिरफ्तारी तथा पीड़ित कोरवाओं को सकुशल बरामद करने पहल नहीं होता देख ग्रामीण आक्रोशित हो उठे। शाम को नाराज ग्रामीणों ने कुसमी-राजपुर मुख्य मार्ग पर शंकरगढ थाने के ठीक सामने धरना देना शुरू कर दिया था। इससे आवागमन बाधित हो गया था। विवाद बढ़ता देख पुलिस ने सक्रियता दिखाई। आनन -फानन में पहले सभी कोरवाओं को बरामद कर उनका चिकित्सकीय जांच शंकरगढ अस्पताल में कराया तब जाकर ग्रामीणों का गुस्सा शांत हुआ।मामले में पुलिस ने छापामारी कर चारो आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया। धारा 294, 506, 323 ,365, 34 के तहत समीद अंसारी एवं उसके तीन भाइयों को गिरफ्तार कर न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत कर दिया है।
घायलों से मिलने अस्पताल पहुंचे संसदीय सचिव
तीन पहाड़ी कोरवाओं के साथ मारपीट की सूचना मिलने पर संसदीय सचिव चिंतामणि महाराज शंकरगढ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचे। तीनों घायलों से मुलाकात की। पूरे घटनाक्रम की जानकारी लेकर चिकित्सकों को घायलों के बेहतर उपचार का निर्देश दिया।उन्होंने कहा कि मामले में निष्पक्ष जांच कर दोषियों पर कड़ी कार्रवाई हेतु मैंने पुलिस अधीक्षक को निर्देश दिया है।