भैंस की मौत की फर्जी PM रिपोर्ट बनाने के लिए मांगी रिश्वत उपसंचालक ने डॉक्टर को दिया नोटिस

भिंड। भैंस की मौत के बाद मुआवजा लेने के लिए फर्जी तरीके से पीएम रिपोर्ट तैयार कराने का मामला सामने आया है। इंटरनेट मीडिया पर वायरल हो वीडियो में खुद को पशु अस्पताल का डाक्टर बताने वाला एक व्यक्ति किसान से फर्जी पीएम रिपोर्ट तैयार करने के बदले रिश्वत के तौर पर रुपये लेते हुए दिखाई दे रहा है। वायरल वीडियो मेहगांव के भारौली गांव का बताया जा रहा है। मामला सामने आने के बाद पशु उपसंचालक ने वायरल वीडियो में दिखने वाले पशु चिकित्सक को कारण बताओ नोटिस थमाया है।
जानकारी के अनुसार कुछ दिन पहले भारौली गांव में रहने वाले किसान कल्याण सिंह उर्फ कल्लू की भैंस की कुएं में गिरने से मौत हो गई थी। किसान ने जब शासन स्तर से इसका मुआवजा लेने के प्रयास शुरू किए, तो पता चला कि कुएं में जानवर की गिरकर मौत होने पर मुआवजा नहीं मिलता है। जानवर की मौत करंट या बिजली गिरने से हुई है, तो मुआवजा प्राप्त किया जा सकता।
डॉक्टर ने फर्जी पीएम रिपोर्ट का दिया आश्वासन
किसान ने मेहगांव पशु अस्पताल में पदस्थ पशु डॉक्टर भूपेंद्र सिंह भदौरिया से संपर्क किया। डॉक्टर ने किसान को आश्वासन दिया कि वह भैंस की पीएम रिपोर्ट में उसकी मौत कुएं में गिरने से नहीं बल्कि बिजली गिरने से लिख देंगे। इस आश्वासन पर किसान से राशि भी तय हुई। किसान ने फर्जी पीएम रिपोर्ट तैयार करने के लिए पशु डॉक्टर भूपेंद्र सिंह भदौरिया को बुलाया। इसका एक वीडियो वायरल हो रहा है।
वायरल वीडियो में हुई बातचीत
वायरल वीडियो में किसान पशु डॉक्टर से कह रहा है कि आप जो पैसा मांग रहे हैं, बहुत ज्यादा हैं। परमात्मा आपको खूब रुपये दे रहा है। पशु डॉक्टर कह रहे हैं कि भारौली में पहले भी हमारा बहुत सा पैसा डूबा है। मुझसे ही यह रिपोर्ट क्यों बनवा रहे हो, भिंड पशु अस्पताल जाकर किसी भी डॉक्टर से बनवा लेना। पहले ही मैंने ढाई हजार से दो हजार कर दिए और कम क्या कर दें। हम तो लिख देंगे बिजली कड़कने भैंस बिजुक के कुएं में गिर पड़ी। मुझे यह पैसे देने में तकलीफ हो रही है। अभी पटवारी को 5 हजार रुपये देने पड़ेगे तब क्या करोगे। मुआवजे के 35 हजार रुपये मिलते हैं। हमारी कलम से ही काम होगा। कलम भी तो हम ही फंसा रहे हैं।
वायरल हो रहे वीडियो को मैंने देखा है। संबंधित पशु चिकित्सक को नोटिस दे दिया है। मामले की जांच कर कार्रवाई की जाएगी।
डॉ आरएस भदौरिया, उपसंचालक, पशु चिकित्सा विभाग