पांच अभ्यर्थियों ने खुद को दिव्यांग बताया और वन रक्षक भर्ती में फिट कांग्रेस नेता अरुण यादव का ट्वीट

भोपाल। पटवारी भर्ती परीक्षा में मुरैना जिले जौरा से 12 दिव्यांगों के चयन के बाद एक और बड़ी गड़बड़ी सामने आई है। पांच उम्मीदवारों ने पटवारी भर्ती परीक्षा के आवेदन में खुद को दिव्यांग कोटे का बताया है, जबकि वन रक्षक भर्ती परीक्षा में उन्होंने खुद को दिव्यांग श्रेणी से बाहर रखा है। पूर्व केंद्रीय मंत्री और प्रदेश कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष अरुण यादव ने नाम और दस्तावेज के साथ इनकी जानकारी ट्वीट की है। उन्होंने लिखा है, जो पटवारी भर्ती परीक्षा में दिव्यांग थे वह वन रक्षक और जेल प्रहरी परीक्षा में फिट कैसे हो गए। यह कौन सा प्रयोग है।
पटवारी परीक्षा : पहले 15 लाख रुपये में चयन के लिए आफर का वीडियो, बाद में खंडन
पटवारी भर्ती परीक्षा में गड़बड़ी की शिकायतों के बीच आए एक वीडियाे से हड़कंप मच गया था। इस वीडियों में एक लड़की यह कहते हुए दिखाई दे रही है कि उसे 15 लाख रुपये देकर चयन कराने का आफर मिला था। इस वीडियोे को कांग्रेसियों ने इंटरनेट मीडिया पर जमकर साझा किया। अब उसी लड़की ने एक वीडियो जारी कर कहा है कि उसने मस्ती में यह वीडियो बनाया था जिसे उसकी सहेलियों ने इंटरनेट मीडिया पर साझा कर दिया है। इसमें कोई सच्चाई नहीं है। यह भी कहा है कि पूर्व वीडियो में वह अपना जो नाम बता रही है वास्तविक में वह उसका नाम नहीं है। अब उसने वीडियो साझा करने वालों के विरुद्ध एफआइआर की चेतावनी दी है। इस वीडियो को भाजपा के लाेग इंटरनेट मीडिया पर खूब साझा कर रहे हैं।
प्रदेश में किसी नौजवान का भविष्य सुरक्षित नहीं : कमल नाथ
पूर्व मुख्यमंत्री और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमल नाथ ने ट्वीट कर कहा है कि पटवारी भर्ती परीक्षा में हुए घोटाले को लेकर भोपाल में हजारों की संख्या में अभ्यर्थी शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे हैं। मैं इनके प्रदर्शन का समर्थन करता हूं। शिवराज सरकार ने प्रदेश को जिस तरह से भर्ती घोटालों का प्रदेश बना दिया है, उसमें किसी भी नौजवान का भविष्य सुरक्षित नहीं है। हर भर्ती घोटाले के तार अंततः सत्ताधारी पार्टी के नेताओं से जुड़ते हैं और प्रदेश की सरकार घोटाले के सूत्रधारों को बचाने का प्रयास करती रहती है। मैं नौजवानों को भरोसा दिलाता हूं कि चार माह बाद प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनेगी तब घोटाले, भ्रष्टाचार और कमीशन का राज समाप्त होगा।
कांग्रेसियों की आदत बन गई है। इन्होंने पहले देश को बदनाम किया। फिर मध्य प्रदेश को बदनाम किया। अब प्रदेश के छात्र-छात्राओं के परिश्रम को बदनाम कर रहे हैं। फर्जी वीडियो भी उनकी टूल किट का हिस्सा बन गए हैं।
आशीष अग्रवाल, प्रदेश मीडिया प्रभारी, भाजपा