केन बेतवा लिंक परियोजना के डूब में आए गांव के ग्रामीणों का अनशन बदला चिता आंदोलन में

छतरपुर। केन बेतवा लिंक परियोजना के डूब क्षेत्र में आए गांव के ग्रामीणों को मुआवजा नहीं मिला तो उन्होंने छतरपुर मैं कलेक्ट्रेट के सामने धरना दे दिया यह धरना पिछले 7 दिन से जारी है जो अब चिता अनशन में बदल चुका है जहां मौजूद ग्रामीणों ने लकड़ियों से चिंताएं बनाई और वही धरने पर बैठे रहे ।
ग्रामीणों का कहना है केन बेतवा लिंक परियोजना में उनके गांव डूब में आ गए उनको मुआवजे में ना जमीन मिली ना कहीं घर मिले और उनको अनाथो की तरह छोड़ दिया गया। अगर उनकी मांगें नहीं मानी गई तो उनके द्वारा बनाई गई चिताओं पर वह जल जाएंगे इस धरना प्रदर्शन में करीब एक दर्जन गांव के ग्रामीण शामिल हुए हैं। लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं ग्रामीणों ने कलेक्ट्रेट में प्रदर्शन भी किया ग्रामीणों ने कहा के ग्राम सभाओं के माध्यम से जो काम किए गए हैं। वे पूरी तरह से कागजी हैं क्योंकि उनके गांव में अभी तक कभी ग्रामसभा लगाई नहीं जा सकी हैं। उनकी फरियाद सुनने के लिए कोई तैयार नहीं है इसलिए वह अब चिता आंदोलन में पर बैठ गए हैं।