जिला अदालत में नाजरात के पीछे धमाकों से मची दहशत कंपन से सहमे लोग

जबलपुर। जिला एवं सत्र न्यायालय, जबलपुर की इमारत में मंगलवार को सायं साढ़े पांच से पौने छह बजे के बीच नाजरात के पीछे धमाकों से दहशत मच गई। यह घटना रद्दी जलाते समय हुई। जिला बार एसोसिशन के पुस्तकालय सचिव अमित कुमार साहू ने बताया कि एक के बाद एक तीन धमाकों से जिला अदालत की इमारत में कंपन महसूस हुआ। लिहाजा, वकील, पक्षकार व न्यायिक स्टाफ में अफरातफरी मच गई। सभी निकलकर बाहर परिसर में एकत्र हो गए।
ऐसा लगा मानो भूकंप आ गया :
अधिवक्ता साहू ने बताया कि पहले-पहल सभी को ऐसा लगा मानो भूकंप आ गया है। किंतु चंद मिनिटों में स्थिति स्पष्ट हो गई कि जिला अदालत की इमारत में जिन धमाकों की वजह से कंपन महसूस किया गया, वह भूकंप के झटके नहीं बल्कि नाजरात और बंदी लाकअप के पीछे की ओर रद्दी विनिष्टीकरण के दौरान संभवत: आग में विस्फोटक पदार्थ आ जाने की वजह से हुए धमाके थे।
आनन फानन में बुझाई गई आग :
अधिवक्ता साहू ने बताया कि उन्हें मिली प्रारंभिक जानकारी के अनुसार जहां पहले आग जलाई और धमाकों के बाद आनन-फानन में बुझाई गई, वहां नाजरात का कचरा जलाया गया था। जिसमें पुराने कागजात व बोतलें आदि शामिल थे। ऐसी चर्चा थी कि कचरे में कपड़ों में लिपटी विस्फोटक सामग्री गलती से शामिल हो गई। हालांकि इसकी पुष्टी नहीं हो सकी है।
बाउंड्री के प्लास्टर के उड़ गए परखच्चे :
जिस जगह रद्दी जलाई गई थी और धमाके हुए थे, उसके ठीक सामने की तरफ बाउंड्री के प्लास्टर के परखच्चे उड़े हुए साफ देखे जा सकते हैं। दीवार का वह हिस्सा कालिख से भरा नजर आ रहा है। इससे धमाकों की गंभीरता का एहसास किया जा सकता है।
इनका कहना है..
शाम को जब मैं जिला अदालत के गेट नंबर चार की पार्किंग से अपनी कार बाहर निकाल रहा था, उसी दौरान एक के बाद एक धमाकों की आवाज सुनाई दी थी। मैं खुद सहम गया था। अविलंब जानकारी हासिल करने पर पता चला कि यह घटना नाजरात के पीछे रद्दी जलाते समय हुई थी।-आरके सिंह सैनी, जिला बार अध्यक्ष