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मुरैना के लेपा हत्याकांड में फरियादी ने लगाई थी पुलिस से गुहार पुलिस बोली हमारे पास नहीं है स्टाफ वह थाना प्रभारी रूबी तोमर का अधिकांश समय निकलता है मुरैना में थाना क्षेत्र बहुत ही कम रहती है स्टाफ बहाने बनाते रहता है मेडम नहीं करती किसी का फोन रिसीव।
मुरैना। मध्य प्रदेश के मुरैना में हुए गोलीकांड के बाद का एक वीडियो सामने है। गोली लगने के बाद सिहोनिया थाने में जाकर फरियादी ने गुहार लगाई थी। मृतक के परिजन पुलिस थाने में गुहार लगाते रहे, लेकिन पुलिसकर्मी का दिल नहीं पसीजा। पुलिसकर्मी वीडियो में कहते दिखाई दे रहे हैं कि जितने भी मर रहे हैं उनको मर जाने दो थाने में स्टाफ नहीं है। घटना के बहुत देर बाद फोर्स इकट्ठा हुआ और 1 घंटे बाद गांव पहुंचा। इधर, परिजनों ने मृतकों का अब तक अंतिम संस्कार नहीं किया। परिजनों की मांग है कि सरकार मृतकों के बच्चों का भरण पोषण से लेकर पढ़ाई तक का जिम्मा उठाए। हत्या के आरोपियों के मकानों पर बुलडोजर चलाया जाए। हालांकि पुलिस ने इस मामले में दो आरोपियों को गिरफ्तार किया, अन्य आरोपियों की तलाश जारी है। सरकार ने ग्रामीणों की मांगों को स्वीकृति दी हैं। बच्चियों की शादी के लिए पांच-पांच लाख रुपये, 5 शास्त्र लाइसेंस शासकीय योजनाओं का लाभ मृतकों के परिवार को दिया जाएगा। प्रभारी मंत्री और केंद्रीय मंत्री ने आश्वासन दिया, जिसके बाद ग्रामीण अंतिम संस्कार के लिए तैयार हुए। दरअसल, शुक्रवार को मुरैना जिले के लेपागांव में जमीन विवाद में दो परिवारों के बीच झगड़ा हुआ था, जो बाद में खूनी संघर्ष में बदल गया। बताया गया है कि दोनों परिवारों में पुरानी रंजिश चल रही थी। करीब 6 साल पहले भी दोनों परिवारों में झगड़ा हुआ था और इसी तरह गोलियां चली थीं। उस समय भी कुछ लोगों की मौत हो गई थी। ताजा गोलीकांड में भी अभी तक 6 लोगों की जान चली गई है। दिनांक 5/5/23 को थाना सिहोनियां पर सुबह करीब 10-10.30 बजे सूचना मिली कि ग्राम लेपा में गोली चली है। इसी सूचना पर थाना प्रभारी सिहोनियां फोर्स के साथ ग्राम लेपा पहुंची जहां पता चला कि गजेन्द्र सिंह तोमर, वीरभान सिंह तोमर के परिवारों में वर्ष 2013 में घूरे की जगह की रंजिश पर से झगडा हुआ था उसी रंजिश पर से गजेन्द्र सिंह के परिवार पर आरोपी पक्ष वीरभान सिंह एवं सोवरन सिंह के लडके भूपेन्द्र अजीत व अन्य के द्वारा बंदूककट्टों एवं लाठी डंडो से सुबह करीब 09.30 बजे गजेद्र सिंह के परिवारवालों के गांव में आने पर अचानक हमला कर दिया जिसमें गजेन्द्र सिंह, उसका लड़का सत्यप्रकाश तोमर, संजू तोमर तीनों की गोली लगने से मौके पर मौत हो गई। इसके अलावा घटना में गजेन्द्र सिंह की बहू केशकली, पत्नी वीरेन्द्र सिंह, बबली पत्नी नरेन्द्र सिंह, मधू पत्नी सुनी सिंह तोमर को भी गोली लगने से इन्हें तत्काल पुलिस द्वारा अस्पताल लेकर इलाज के लिए पहुंचाया गया उनकी भी इलाज के दौरान मौत हो गई।
