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भोपाल। मध्यप्रदेश को मदिरा प्रदेश कहने पर भड़के सीएम शिवराज, कहा अपमान नहीं सहेगें।

भोपाल। एमपी का मदिरा प्रदेश कहने को लेकर राजनीति गरमा गई है. सीएम शिवराजसिंह चौहान व पूर्व सीएम कमलनाथ एक बार फिर आमने सामने आ गए है. सीएम शिवराजसिंह चौहान ने कहा कि यह प्रदेश की 8.50 करोड़ जनता का अपमान है. जिसपर कमलनाथ ने कहा कि मदिरा प्रदेश शब्द तो आप ही प्रदेश के लिए उपयोग में लाए थे. कमलनाथ के इस बयान को लेकर पूरे एमपी में भाजपा कार्यकर्ताओं ने कमलनाथ के पुतले फूंके है. छिंदवाड़ा में कमलनाथ ने एक पत्रवार्ता में प्रदेश की आबकारी नीति 2023-24 को लेकर कहा था कि भाजपा सरकार ने एमपी की छबि बदलकर मदिरा प्रदेश की कर दी है. यहां पर राशन मंहगा और शराब सस्ती है. इसके बाद आज सीएम शिवराजसिंह चौहान ने पलटवार करते हुए कहा कि कमलनाथ को मध्यप्रदेश की माटी, यहां के संस्कारों व संस्कृति से कोई लगाव नहीं है, वो यहां की जड़ों से नहीं जुड़े हैं. वो मध्यप्रदेश को मदिरा प्रदेश कह रहे हैं. यह मध्यप्रदेश की साढ़े 8 करोड़ जनता, संस्कृति व परंपराओं का अपमान है. सीएम ने यह भी कहा कि आपने उस समय फैसला किया था शराब ठेकेदार, उप दुकान खोल सकेंगे. उसकी राशि तय कर दी थी कि कितने करोड़ देकर उप दुकान खोल लेंगे. लाइसेंस के नियम को आसान करने की नीति कमलनाथ सरकार ने बनाई थी. आपने ऑनलाइन शराब बिकेगी, महिलाओं-बहनों के लिए अलग से शराब की दुकान होंगी. आपकी नीति ठेकेदारों के लिए बनती थी. दवाब में बनती थी, उनके हिसाब से बनती थी. ऐसे जनता को आहत मत कीजिए- सीएम शिवराजसिंह चौहान ने कहा कि आपका विरोध हमसे है तो हमें गाली दीजिए, जनता को ऐसे आहत मत कीजिए, हम मध्यप्रदेश का अपमान सहन नहीं करेगें. हमारी सरकार ने माता-बहनों व जन भावनाओं को ध्यान में रखकर आबकारी नीति बनाई है. नशे को हतोत्साहित करने के लिए बनाई है. मदिरा प्रदेश शब्द आपने ही दिया था- पूर्व सीएम कमलनाथ ने अपने ट्वीट में कहा कि आपने मदिरा प्रदेश शब्द को लेकर आपत्ति की है. लेकिन यह शब्द तो आपने ही मध्यप्रदेश के लिए उपयोग में लाया था. आप तो मदिरा प्रदेश के लिए पूरा अभियान चला रहे थे. दिमाग पर जोर डालिए सब याद आ जाएगा. आपकी सरकार ने देसी मदिरा व विदेशी मदिरा की संयुक्त दुकान खोलकर मध्यप्रदेश में शराब की दुकानों की संख्या करीब दोगुनी बढ़ा दी है. आप की नीति स्पष्ट है राशन महंगा और सस्ती दारू. घर-घर दारू पहुंचाने की अपनी नीति के लिए आप मध्य प्रदेश की जनता से माफी मांगिये.

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