मुख्य समाचार
जौरा। न्याय नहीं मिला तो 27 से शुरू होगा घेरा डालो डेरा डालो आंदोलन मामला दबंग एवं पुलिस की मारपीट से हुई दलित युवक की मौत का।
जौरा। दलित युवक पानसिंह की राशन माफिया एवं पुलिस की मारपीट से हुई मौत का मामला थमने का नाम नहीं ले रहा है। मामले को लेकर विगत लगभग 2 माह से पीड़ित परिवार एवं सामाजिक कार्यकर्ताओं द्वारा अनुविभागीय अधिकारी कार्यालय परिसर में मामले की जांच की मांग को लेकर धरना आंदोलन संचालित है। इसके बावजूद पुलिस एवं प्रशासन द्वारा पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने की कोई पहल नहीं की जा रही है। प्रशासनिक संवेदनहीनता से छुब्ध होकर आंदोलनकारिर्यों द्वारा महामहिम राज्यपाल एवं अपर मुख्य सचिव गृह विभाग के नाम संबोधित प्रथक-प्रथक ज्ञापन तहसीलदार मनीष दुबे को सौंपे गए। ज्ञापन में प्रशासन एवं पुलिस द्वारा दोषियों को बचाने के प्रयासों की निंदा करते हुए आगामी 27 फरवरी को आंदोलन को तेज किए जाने की चेतावनी दी है। ज्ञापन में कहा गया है कि निरंतर 2 माह से अधिक समय से चल रहे आंदोलन के बावजूद पीड़ित परिवार को न्याय नहीं दिला जाना प्रशासन की संवेदनहीनता को उजागर करता है। ज्ञापन सौंपने वालों में पूर्व विधायक महेश दत्त मिश्र सहित रामहेत जाटव मुरारी लाल नंदलाल खरे, पार्वती जाटव मुन्नालाल बाथम, संजीव तिवारी एडवोकेट, अध्यक्ष अभिभाषक संघ, नरेंद्र त्यागी महेंद्र जाटव सरपंच साकरा, श्रीमती शीला जाटव, बदन सिंह जाटव श्रीमती रिंकी जाटव, आदि शामिल रहे। *यह है मामला* गौरतलब है कि मृत युवक पान सिंह निवासी नरसिंहपुरा तहसील जोरा पीडीएस दुकान पर राशन लेने गया था। वहां कुछ दबंग एवं राशन माफिया द्वारा उसकी मारपीट कर राशन कार्ड फाड़कर फेंक दिए। घटना की शिकायत करने के जब अपनी मां एवं भाई के साथ चिन्नोनी थाना पहुंचा तो वहां बूढ़ी मां के सभी थाना प्रभारी एवं पुलिसकर्मियों ने उसे दोनों बेटों की गंभीर मारपीट की एवं लॉकअप में बंद कर दिया। पुलिस द्वारा की गई गंभीर मारपीट के कारण कुछ दिन बाद युवक पान सिंह की कैलारस अस्पताल में उपचार के दौरान मौत हो गई थी। परिजनों के जवाब में पुलिस द्वारा उस समय मरे दर्ज कर जांच शुरू करने का आश्वासन दिया गया था। घटना के कई माह बीतने के बाद मामले की जांच नहीं हुई तो पीड़ित परिवार के साथ पूर्व विधायक महेश दत्त मिश्र के नेतृत्व में लगभग 2 माह से आंदोलन संचालित किया जा रहा है।
