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मुरैना। मध्य प्रदेश आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं सहायिका संघ ने अपनी 11 सूत्रीय मांगों के लिए प्रदेश के मुखिया शिवराज सिंह चौहान के नाम कलेक्टर को सौंपा ज्ञापन ।
मुरैना में आज आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सहायिका संघ ने अपनी 11 सूत्रीय मांगों को लेकर की हड़ताल कलेक्टर को सौंपा ज्ञापन आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सहायिका की मांग 1- आँगनवाडी कार्यकर्ताओं, सहायिकाओं और मिनी आंगनबाडी कार्यकर्ताओं को शासकीय कर्मचारी घोषित करते हुये सभी शासकीय सुविधाओं का लाभ प्रदान किया जाये । म०प्र० सरकार के द्वारा घोषित 1500 रू० एरियर्स के साथ भुगतान किया जाये | 2- राज्य सरकार को केन्द्र सरकार से समन्वय कर आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, सहायिका और मिनी आंगनवाड़ी म०प्र० आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं, सहायिकाओं एवं गिनी आं०कार्यकर्ताओं की नियुक्ति प्रक्रिया के नियमों में संशोधन करते हुए मानदेय मानसेवा की जगह नियमित और सीधी भर्ती की जाए नियमावली बनाई जाए 3- जब तक नियुक्ति प्रक्रिया में संशोधन नहीं किया जाता है तब तक आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, सहायिका और मिनी भुगतान किया जाये एवं कम से कम 18000/9000 रू० कार्यकर्ता / सहायिका, को भुगतान किया जाये । के मानेदय, अतिरिक्त मानदेय में केन्द्र से निर्धारित मंहगाई भत्ते को लागू कर 4- सभी आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, सहायिका और मिनी आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को विभाग की ओर से कम से कम 500000/-रू० का स्वास्थ्य बीमा कराया जाये एव सभी आंगनबाडी कार्यकर्ताओं, सहायिकाओं एवं मिनी कार्यकर्ताओं को आयुष्मान योजना की पात्रता में शामिल किया जाये । 5. महिला बाल विकास के अतिरिक्त किसी भी अन्य कार्य में डियूटी सहायिका और मिनी आंगनवाडी कार्यकर्ताओंद्वारा अपने कर्तव्यों का निर्वहन पूर्णरूप से कर सकें और जीवन से न लगाई जाये जिससे आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, जुडी अत्यंत महत्त्वपूर्ण सेवायें प्रभावित न हों और हर गर्भवती, शिशुवती और बच्चों की सही देखरेख हो और देश को एक स्वस्थ्य और आदर्श नागरिक प्राप्त हो सके । 6. महिला एवं बाल विकास विभाग से प्रत्येक गद में प्राप्त राशि और पोषण, खेल, स्वास्थ्य सम्बन्धित सभी सामग्री उनके केन्द्रों पर समय-सीमा में उपलब्ध कराई जाये और विभागीय ऐप पोषण ट्रेकर और सम्पर्क एप को गर्ज करके एक ही ऐप से कार्य कराया जाये । 7- आंगनवाड़ी केन्द्रों के लिये ज्यादा से ज्यादा भवन उपलब्ध कराये जायें और जो भवन किराये के भवनों में संचालित हो रहे हैं उनका किराया वर्तमान स्थिति के आधार पर बढ़ाकर प्रदान किया जाये । 8- अन्य विभागों की भांति महिला एवं बालविकास विभाग की आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, सहायिका और मिनी आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को भी एक-एक करके कम से कम 15 दिवास का ग्रीष्मकालीन अवकाश प्रदान किया जाये । 9- 10 वर्ष के अनुभव, शिक्षा और वरिष्ठता के आधार पर पर्यवेक्षक पद पर बिना किसी परीक्षा के सीधी भर्ती की जाये, ग०प्र० के बाहर के आवेदन स्वीकार नहीं किये जाये । उत्तरप्रदेश में यह प्रक्रिया है । 10- मिनी आंगनवाड़ी केन्द्रों को पूर्णकेन्द्र बनाया जाये और सहायिका की नियुक्ति के उपरांत ही नये केन्द्रों के लिए। भर्ती प्रक्रिया शुरू हो और मिनी केन्द्रों को स्वीकृत न करते हुये पूर्ण केन्द्र ही संचालित कराये जायें । 11- आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, सहायिका बहने जब तक शासकीय कर्मचारी घोषित नहीं की जाती है तब तक उनका रिटारमेंट नहीं किया जाना चाहिए क्योंकि उनकेक जीवन यापन का यही एकमात्र साधन है और यदि जिनको रिटायरमेंट दिया जा रहा है तो उन सभी को 2018 अप्रैल से माननीय जी द्वारा घोषित की गई राशि म०प्र० आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं/सहायिकाओं/गिनि सहायिकाओं की सेवा निवृत्ति पर उन्हें क्रमश: 100000/-, 75000/- एवं 75000/-रू० की राशि प्रदान की जाये ।
