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मुरैना में रेत माफिया के हौंसले बुलंद पुलिस की पकड़ से छुड़ा ले गए ट्रेक्टर, ट्राली ।
मुरैना में रेत माफिया के हौंसले बुलंद हैं। इस बात का इसी से अंदाजा लगाया जा सकता है कि जौरा थाना पुलिस ने जिस अवैध रेत से भरी ट्रेक्टर ट्राली को पकड़ा, रेत माफिया के आदमी पुलिस की पकड़ से ट्रेक्टर छुड़ा ले गए तथा अवैध रेत से भरी ट्राली छोड़ गए। बाद में पुलिस अवैध रेत से भरी ट्रेक्टर ट्राली को थाने में लाई तथा उसका मामला दर्ज किया। सूत्रों का कहना है कि इस बीच रेत माफिया व ट्रेक्टर ट्राली लाने वाले आरक्षक के बीच मारपीट भी हुई लेकिन अकेला आरक्षक माफिया के लोगों के आगे बेबस साबित हुआ। सोमवार की घटित हुई इस घटना की चर्चा पूरे कस्बे में है तथा लोग माफिया के लोगो से टक्कर लेने वाले आरक्षक की प्रशंशा कर रहे हैं। बता दें, कि जौरा पुलिस थाने के प्रधान आरक्षक मनोज परमार मुस्तेदी से ड्यूटी कर रहे थे कि उसी दौरान उन्हें चंबल कॉलोनी, जौरा में अवैध रेत से भरी एक ट्रेक्टर ट्राली आती दिखाई दी। उन्होंने हाथ देकर उसे रोकना चाहा लेकिन ट्रेक्टर चालक ने ट्रेक्टर नहीं रोका। इस पर आरक्षक ने अपनी बाइक उसके पीछे लगा दी और कुछ दूर जाकर उसे पकड़ लिया। पकड़े जाने के डर से ट्रेक्टर चालक अपना ट्रेक्टर छोड़कर भाग खड़ा हुआ। आरक्षक मनोज परमार ने अपनी गाड़ी एक तरफ खड़ी की और अवैध रेत से भरे ट्रेक्टर को लेकर थाने की तरफ चल दिए। वह थाने की तरफ जा ही रहे थे कि रास्ते में लगभग दर्जन भर माफिया के लोगों ने उन्हें चारों तरफ से घेर लिया और उनको सड़क पर पटक कर पीट दिया। उसके बावजूद भी मनोज परमार ने हार नहीं मानी तथा उन्होंने माफिया के लोगों से टक्कर ली। माफिया के दर्जन भर लोग थे और प्रधान आरक्षक अकेले, लिहाजा दर्जन भर लोगों के सामने आरक्षक की नहीं चल सकी, वह उनके सामने बेबस हो गए और रेत माफिया के लोगों को अपनी आखों के सामने ट्रेक्टर ले जाते देखने को मजबूर हो गए। पुलिस थाना जौरा पुलिस थाना जौरा पुलिस ने जेसीबी से उठवाई रेत और थाने लाए ट्राली प्रधान आरक्षक मनोज परमार ने थाने में घटना की सूचना की। सूचना की खबर पाकर पुलिस बल मौके पर पहुंचा और बल ने जेसीबी से जमीन पर पड़ी रेत उठवाई जो कि घटना के वक्त सड़क पर फैल गई थी। उसके बाद रेत को ट्राली में भरकर थाने लाया गया। इसके बाद पुलिस ने इस घटना की मामला दर्ज किया है। कोई नहीं आया बचाने देखने वाली बात यह है कि मुरैना पुलिस का जाबांज सिपाही जहां अकेले माफिया के लोगों से टक्कर ले रहा था, उस समय वहां कस्बे के अन्य लोग खड़े थे, लेकिन किसी ने उसकी मदद नहीं की। लोगों की माने तो अगर स्थानीय लोग उसकी मदद कर देते तो माफिया के लोग ट्रेक्टर नहीं ले जा पाते। वह जगह जहां से ट्राली पलटी तथा पुलिस ने रेत जेसीबी से ट्राली में भरवाया। लाल घेरे में उस जगह पड़ा थोड़ा रेत वह जगह जहां से ट्राली पलटी तथा पुलिस ने रेत जेसीबी से ट्राली में भरवाया। लाल घेरे में उस जगह पड़ा थोड़ा रेत पूरे कस्बे में चर्चा, आरक्षक की हो रही तारीफ इस घटना की चर्चा पूरे कस्बे में हो रही है तथा लोग प्रधान आरक्षक मनोज परमार की बहादुरी की प्रशंशा कर रहे हैं कि एक व्यक्ति ने कैसे माफिया के लोगों से टक्कर ली। हमले की बात से अनजान बन रही पुलिस इस संबंध में जब थाने के थाना प्रभारी ओपी रावत से बात की तो उन्होंने यह तो स्वीकारा कि प्रधान आरक्षक के कब्जे से माफिया के लोग ट्रेक्टर को छुड़ा ले गए तथा ट्राली छोड़ गए, लेकिन प्रधान आरक्षक मनोज परमार पर हमले की बात पर अनजान बन गए। वहीं दूसरी तरफ पुलिस अधीक्षक आशुतोष बागरी ने इस मामले की जानकारी लेने की बात कही है।
