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मुरैना में आंगनवाड़ी भवन अधूरे, राशि निकाली:SP ऑफिस पहुंचा फरियादी, बोला- खुले में बैठते हैं बच्चे ।
मुरैना में दो आंगनवाड़ी केन्द्रों के भवनों के निर्माण अधूरा पड़ा है। उन केन्द्रों के अधूरे बने भवनों में कंडे सुखाए जा रहे हैं। वहीं दूसरी तरफ इन आंगनवाड़ी भवनों की राशि पूर्व सरपंच द्ारा निकाली जा चुकी है। गांव के बच्चों को हो रही परेशानी को लेकर फरियादी धर्मेन्द्र कुशवाह एसपी ऑफिस पहुंचा और उस राशि की वसूली कर भवनों का निर्माण कराने की गुहार लगाई। बता दें, कि ग्राम पंचायत खबरौली व विसंगपुर में वर्ष 2008-9 में महिला बाल विकास मद से दो लाख, चालीस हजार रुपए का निर्माण पृथक-पृथक स्वीकृत किया गया था। पहली किश्त के रुप में एक लाख, बीस हजार रुपए एवं दूसरी किश्त के रुप में 80 हजार रुपए तथा कुल मिलाकर दो लाख रुपए पृथक-पृथक दोनों आंगनवाड़ी भवनों के लिए पूर्व सरंपच अर्जुन सिंह कुशवाह को दिए गए थे। लेकिन पूर्व सरपंच ने दोनों आंगनवाड़ी भवनों की राशि तो निकाल ली लेकिन उनका काम अधूरा छोड़ दिया। वसूली का पत्र वसूली का पत्र आधी-आधी राशि का कराया काम बाद में महिला एवं बाल विकास द्वारा जब दोनों अधूरे आंगनवाड़ी भवनों का मूल्यांकन कराया गया तो संबंधित उपयंत्री ने पाया कि कुल 1 लाख, 24 हजार, 786 रुपए का निर्माण कराया गया है। इसी प्रकार खबरौली गांव में भी उपयंत्री ने एक लाख, 38 हजार, 520 रुपए के निर्माण कार्य को किया जाना बताया। इस प्रकार पूर्व सरपंच से विसंगपुर गांव के आंगनवाड़ी भवन के लिए 75214 रुपए तथा खबरौली गांव के भवन के लिए 61480 रुपए वसूली का नोटिस जारी किया गया था। यह नोटिस आदेश 22 सितंबर 2020 को जारी किया गया था लेकिन उसके बाद न तो पूर्व सरपंच ने रुपयों की अदायगी की और न ही निर्माण कार्य कराया। जिससे दोनों गावों के आंगनवाड़ी केन्द्रों के भवन अधूरे बने हैं तथा उनमें कंडे थापे जा रहे हैं। वसूली का दूसरा पत्र वसूली का दूसरा पत्र बच्चों को बैठने की नहीं जगह पूर्व सरपंच द्वारा अधूरा निर्माण कराए जाने से सबसे अधिक नुकसान दोनों गांवों के उन बच्चों को हुआ है जो आज भी भवन के लिए परेशान हो रहे हैं।
