यूजी प्रथम और द्वितीय वर्ष मुख्य और पूरक 5 से 8 दिसंबर तक के प्रश्रपत्र निरस्त हुए

उज्जैन। विक्रम विश्वविद्यालय के परीक्षा और गोपनीय विभाग में आपसी समन्वय नहीं होने के कारण विश्वविद्यालय प्रशासन को 5 से 8 दिसंबर तक आयोजित होने वाली द्वितीय और तृतीय वर्ष की वार्षिक और पूरक परीक्षाएं निरस्त करना पड़ी। जानकारी में आया है कि परीक्षार्थियों के पुर्नमूल्यांकन और पुर्नगणना के परिणाम घोषित नहीं होने के कारण यह स्थिति बनी है।विक्रम विश्वविद्यालय में एक बार फिर परीक्षा कार्यक्रम जारी होने के बाद परीक्षाएं निरस्त करने की सूचना विश्व विद्यालय प्रशासन ने जारी की है। इसके पहले जारी हुए परीक्षा कार्यक्रम में विशेष वार्षिक एवं पूरक द्वितीय एवं तृतीय वर्ष की परीक्षा 5 दिसंबर से प्रारंभ होना थी। विक्रम परिक्षेत्र के अंतर्गत आने वाले सभी कॉलेजों में परीक्षा कराने की तैयारी भी गई थी। अचानक शुक्रवार देर शाम को कुलसचिव के माध्यम से एक पत्र जारी हुआ जिसमें सत्र 2021-22 की विशेष वार्षिक एवं पूरक द्वितीय एवं तृतीय वर्ष की परीक्षाओं के 5 दिसंबर से 8 दिसंबर तक आयोजित होने वाले प्रश्न पत्रों को निरस्त किया गया है। जबकि घोषित परीक्षा कार्यक्रम में 8 दिसंबर के बाद का परीक्षा कार्यक्रम यथावत रहेगा। जो प्रश्न पत्र निरस्त किए गए हैं उनका परीक्षा कार्यक्रम अलग से घोषित होगा।परीक्षा निरस्त करने के पीछे यह कारणविक्रम विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा वार्षिक एवं पूरक परीक्षा के प्रारंभिक प्रश्न पत्र निरस्त करने के पीछे कारण यह है कि विद्यार्थियों द्वारा मुख्य परीक्षा के बाद पुर्नमूल्यांकन और पुर्नगणना के आवेदन किए जाते है। इस बार भी विश्वविद्यालय प्रशासन इन परिणामों की समय पर घोषणा नहीं कर पाया और परीक्षा कार्यक्रम जारी हो चुका था। ऐसे में शुरू होने के पहले ही कुछ परीक्षाएं निरस्त करना पड़ी। बताया गया कि विश्वविद्यालय ने केवल बीकॉम द्वितीय और तृतीय वर्ष का पुर्नमूल्यांकन और पुर्नगणना परिणाम घोषित किया है। जबकि बीएससी और बीए विषय के द्वितीय व तृतीय वर्ष के पुर्नमूल्यांकन और पुर्नगणना के परिणाम घोषित नहीं हो सके। जाहिर है कि विश्वविद्यालय के परीक्षा और गोपनीय विभाग में समन्वय का अभाव होने के कारण यह स्थिति बनती है।