रेस्क्यू टीम ने 15 KM दूर तक की तलाश, परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल

रायसेन: रायसेन जिले के उदयपुरा में रविवार को केतोघान नर्मदा तट पर डूबे विदिशा के दोनो युवकों का अब तक भी कुछ पता नहीं चला। सुबह से शाम तक एसडीआरएफ, पुलिस, होमगार्ड के साथ स्थानीय गोताखोर युवकों की तलाश करते रहे। इस दौरान घटना स्थल से 15 किमी दूर तक तलाशी अभियान चलाया गया। जिसमें महाजाल कांटे आदि का भी उपयोग किया। लेकिन दोनों युवकों राजकुमार चौरसिया तथा चेतन राजपूत का पता नहीं चल सका।रविवार शाम को ही कोतोघान पहुंचे युवकों के परिजन पूरी रात घाट पर ही रुके रहे, सोमवार को भी सुबह से शाम उनकी निगाहें नर्मदा नदी पर टिकी रहीं। गोताखोरों की हर हलचल पर उम्मीद भरी निगाहों से देखते और निराश हो जाते। थाना टीआई एमएल भाटी ने बताया सरपंच सुधा राकेश पालीवाल और उनकी टीम के साथ रायसेन और भोपाल की एनडीआरएफ की टीमों के साथ तैराक सेनिकों और गोताखोरों तक की मदद ली गई। घटना स्थल से 15 किमी आगे बरेली की तरफ बरहा घाट तक तलाशी अभियान चलाया गया।डूबे युवक एमबीएम की पढ़ाई कर रहा चेतनविदिशा की सिंधी कॉलोनी में रहने वाले चेतन राजपूत भोपाल के कॉलेज से एमबीए की पढ़ाई कर रहा है। 2 भाई और 1 बहन में चेतन सबसे छोटा है। उसने पिता राकेश राजपूत विदिशा नलका में विद्युत शाखा के प्रभारी हैं। जो शहर की स्ट्रीट लाइट सुधरवाने का काम करते हैं।सीमेंट सप्लाई करता है राजकुमारविदिशा के पान बाग में रहने वाला राजकुमार चौरसिया सीमेंट सप्लाई का काम करता है। राजकुमार 3 भाई-बहनों में सबसे बड़ा है। उसके पिता शिवनारायण चौरसिया शहर की सब्जी मंडी में सब्जी का ठेला लगाकर सब्जी बेचने का काम करते हैं। राजकुमार भी नर्मदा के केतोघान घाट पर डूब गया।