इंदौरमध्यप्रदेश
रीवा के योगार्थी शिव प्रसाद मिश्रा को राष्ट्रीय योग वीर सम्मान से सम्मानित
अखिल भारतीय योग शिक्षक महासंघ के तत्वावधान में राष्ट्रीय योग वीर सम्मान-2022 का आयोजन किया गया। यह 9 नवम्बर को नई दिल्ली के लाजपत भवन ऑडिटोरियम में हुआ। प्रथम राष्ट्रीय योग वीर सम्मान समारोह 2022 में *ग्राम सलैया तहसील मनगवां जिला रीवा के निवासी दिल्ली पब्लिक स्कूल (इंदौर ) के योग सेवाएं देने वाले गौसेवक/योगार्थी श्री शिव प्रसाद मिश्रा जी को राष्ट्रीय योग वीर सम्मान से सम्मानित किया गया है।* यह सम्मान उनके भारतीय वैदिक संस्कृति की सेवा जैसे योग,आयुर्वेद,गौ संरक्षण एवं संवर्धन,नशा मुक्ति, कोविड काल में माननीय मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान जी के नेतृत्व में *योग से नियोग अभियान* ऑनलाइन व ऑफलाइन योग प्रकल्पों,योग शिक्षकों के हितों और अधिकारों आदि परमार्थिक अभियानों में अपनी यथा संभव स्थानीय,प्रादेशिक और राष्ट्रीय स्तर में योगदान के लिए दिया गया है। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि महासंघ के संस्थापक अध्यक्ष योगगुरु मंगेश त्रिवेदी ने *केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र ‘टेनी’, केंद्रीय आयुष राज्य मंत्री डॉ मुंजपरा महेंद्रभाई कालूभाई, मोरार जी देसाई नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ योग के डॉयरेक्टर डॉ ईश्वर वी० बसवारेड्डी रीवा सांसद श्री जनार्दन मिश्रा आदि ख्याति प्राप्त विभूतियां*योग वीरों को सम्मानित,उत्साहवर्धन,मार्गदर्शन के लिए सादर उपस्थित हुए थे। इस कार्यक्रम में मुख्य रूप से *कोविड काल में*इम्यूनिटी बूस्टर ऑनलाइन योगाभ्यास कार्यक्रम, *51 लाख सूर्य नमस्कार कार्यक्रम, 71 लाख सामूहिक सूर्य नमस्कार अभ्यास कार्यक्रम, 21 लाख स्कूली बच्चों के लिए योगाभ्यास कार्यक्रम सहित 75 लाख लोगों को हृदय रोगो से बचाव के लिए योगाभ्यास कार्यक्रम* आदि विभिन्न उपक्रमों में अपना सराहनीय योगदान देने वाले समस्त योग शिक्षकों, महासंघ के विभिन्न पदधारियों एवं मार्गदर्शक मंडल को राष्ट्रीय योग वीर सम्मान-2022 से सम्मानित किया गया। जहां पर *रीवा* जिले के अखिल भारतीय योग शिक्षक महासंघ के *कार्यकारी अध्यक्ष (मध्य प्रदेश) के* *श्री शिव प्रसाद मिश्रा जी को भी उनके* योग के क्षेत्र में विशिष्ट योगदान के लिए सम्मानित किया गया है।जिसको लेकर शिव प्रसाद मिश्रा जी के शुभचिंतकों में हर्ष का माहौल है, परिणामतः उनकों लगातार बधाई एवं शुभकामना संदेश प्राप्त हो रहें हैं। जिसमे समस्त मिश्रा परिवार परिवार,ग्रामवासी,सगेसंबंधियों,साथी शिक्षक गण, मित्रगण,और कई गणमान्य लोग आदि शामिल हैं। निश्चित ही यह गौरव उनके घर,परिवार,ग्रामवासी,सगेसंबंधियों के साथ–साथ समूचे जिले और प्रदेश को गौरांवित महसूस कराने वाला है। अंत में श्री मिश्रा जी ने कहा की मेरे लिए मात्र ईश्वर के द्वारा दिया गया सुअवसर व भावुक पल है।अपने को निमित कारण मानते हुए इस प्रयास रूपी सफलता का पूरा श्रेय अपने माता–पिता को देते हुए उन्हीं को सादर समर्पित किया है।क्योंकि सच्चे अर्थों में इस सम्मान के वास्तविक अधिकारी हमारे प्रेणास्त्रोत,मार्गदर्शक माता–पिता जी हैं।और फिर सभी सुधि जनों का अशेष धन्यवाद,साभार एवं कृतज्ञता ज्ञापित किया है।
