मध्यप्रदेश
भिंड में 11 वर्षीय वालक का हत्यारा स्कूल संचालक पुलिस ने दव़ोचा फिरौती के लिए बालक को मार डाला
भिंड शहर की श्रीराम नगर से लापता 11 वर्षीय आर्यन शर्मा की हत्या पड़ोस में रहने वाले स्कूल संचालक ने की थी। लाखों के कर्ज में डूबे होने का कारण उसने अपहरण कर फिरौती वसूलने की साजिश रची। बच्चे ने पिता के नाम फिरौती का वीडियो संदेश रिकार्ड कराने से इंकार किया तो उसकी हत्या ही कर दी गई। रिश्तेदार की मदद से रेत के ट्रैक्टर में ले जाकर शव को नदी में फेंकने की तैयारी थी, परंतु पुलिस की सर्चिंग में तेजी देख उसे पास में ही पटकना पड़ा। छत्तीसगढ़ के खैरागढ़ जिले में एसएएफ की 21वीं वाहिनी में हवलदार धीरेंद्र शर्मा छह नवंबर को छुट्टी पर घर आए थे। मंगलवार सुबह 11 वर्षीय बेटा आर्यन घर के बाहर से लापता हो गया था। बुधवार को सुबह पास में ही स्थित आरकेडी स्कूल के बगल में खाली प्लाट में बोरी में उसका शव मिला था। पुलिस ने स्कूल की तलाशी ली तो आफिस में खून के छींटे मिले। स्कूल संचालक 33 वर्षीय पवन उर्फ बालकृष्ण शर्मा पुत्र राधाकृष्ण शर्मा निवासी रामकृपा मैरिज गार्डन के पास अटेर रोड को पकड़कर पूछताछ की तो पहले तो उसने पुलिस को गुमराह किया कि मंगलवार को गुरुनानक जयंती के कारण स्कूल की छुट्टी थी। जब सख्ती से पूछताछ की तो उसने हत्या करना स्वीकार कर लिया। आइपीएल में सट्टे के वजह से बना लाखों का कर्जदार पुलिस ने आरोपित से पुछताछ के आधार पर बताया कि उस पर आइपीएल क्रिकेट सट्टे का 25 से 30 लाख रुपये कर्ज हो गया था। अपहरण कर फिरौती वसूलकर कर्ज चुकाना चाहता था। आर्यन घर के बाहर साइकिल चलाने जा रहा था, तभी इशारे से स्कूल में बुलाया और खेल-खेल में हाथ-पैर बांधकर उसका यह कहते हुए वीडियो बना रहा था कि ' पापा इन्हें पैसा दे दो, नहीं तो यह मुझे मार डालेंगे"। बालक को शंका हुई तो उसने इंकार कर दिया व घर जाने की जिद करने लगा। चूंकि आर्यन उसे पहचानता था, इसलिए उसकी मारपीट कर मुंह में मोजे ठूंसकर गला दबाकर हत्या कर दी गई। लाश वहीं छोड़कर अपने साले 33 वर्षीय शैलेष उर्फ शैलू पुत्र राधेश्याम बौहरे निवासी वीरसेन का फार्म अटेर रोड, 19 वर्षीय दीपू उर्फ राधेश्याम बौहरे निवासी वीरसेन का फार्म, 22 वर्षीय मधुर कटारे पुत्र कमलेश कटारे निवासी वीरेंद्र नगर, 42 वर्षीय विश्राम पुत्र रामसेवक शर्मा निवासी मातादीन का पुरा अटेर रोड और 19 वर्षीय धीरज पुत्र अंगद कांकर निवासी वीरेंद्र कांकर के साथ शव को ठिकाने लगाने का प्रयास किया। इसके लिए पास ही निर्माणाधीन मकान के लिए रेत की ट्रैक्टर ट्राली मंगाकर उसमें शव ले जाकर नदी में फेंकने की तैयारी थी, परंतु वारदात के आसपास होने की शंका से पुलिस लगातार सर्चिंग कर रही थी, इसलिए शव को बोरे में भरकर पास में ही फेंक दिया गया। पुलिस ने सभी आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया है।
