सरपंच को पंचायत में नहीं आने दे रहे उपसरपंच, कर्मचारियों का मानदेय अटका

हरदा: हरदा जिले की ग्राम पंचायत हंडिया में सरपंच ओर सचिव के बीच चल रहा अंतर्द्वंद्व खत्म होने का नाम नही ले रहा है। ग्राम पंचायत के सचिव कैलाश योगी ने जिला पंचायत सीईओ को एक आवेदन देकर आरोप लगाया है कि ग्राम के उपसरपंच शरण तिवारी एवं अन्य सरपंच लखनलाल भिलाला को पंचायत भवन नहीं आने दे रहे हैं। ऐसे में पंचायत के सभी कर्मचारियों के मानदेय का भुगतान नहीं हो पा रहा है।सचिव योगी का कहना है कि 24 सितंबर को पंचायत भवन में सिद्धांत तिवारी, गगन तिवारी, विमल तिवारी, निखिल तिवारी, इमरान खान सहित अन्य लोगों ने पंचायत भवन में आकर मेरे साथ मारपीट की थी। इसकी रिपोर्ट हंडिया थाने में कई गई थी। कई बार सरपंच भिलाला से निवेदन कर पंचायत में आने को कहा गया है, लेकिन उन्होंने कोई रुचि नहीं ली है।सचिव ने झूठा केस दर्ज करायाउपसरपंच शरण तिवारी का कहना है कि हमने सरपंच को कभी भी पंचायत आने के लिए नहीं रोका है। सचिव योगी ने जनप्रतिनिधियों के खिलाफ शासकीय कार्य में बाधा डालने का झूठा प्रकरण दर्ज कराया गया है। इस कारण कोई भी पंच भी पंचायत भवन नहीं जाना चाहता। उन्होंने बताया कि हमने मंगलवार को हंडिया दौरे पर आए कलेक्टर एवं जिला पंचायत सीईओ को शिकायत कर सचिव योगी को हंडिया से हटाने को कहा है। सरपंच भिलाला का कहना है कि जब तक सचिव योगी को यहां से अन्यत्र ट्रांसफर करने का निवेदन किया गया है।सरपंच ने सिद्धांत तिवारी को बनाया प्रतिनिधिग्राम पंचायत हंडिया के सरपंच लखनलाल भिलाला ने एक स्टांप लिखकर सरपंच प्रतिनिधि सिद्धांत तिवारी को बनाया है। इसका कारण उन्होंने खुद को पढ़ा-लिखा न होना बताया। परिवार के सदस्यों के भी पढ़े-लिखे नहीं होने की बात लिखी है। ऐसी स्थिति में सरपंद पद के कार्य एवं दायित्व गांव के सिद्धांत तिवारी को सौंपे हैं। इस संबंध में ग्राम पंचायत हंडिया के सरपंच लखनलाल भिलाला ने कहा कि मैं कम पढ़ा लिखा हूं। इसलिए प्रतिनिधि नियुक्त किया हूं, जो सारी चींजे मुझे पढ़कर बता सके। हालांकि हस्ताक्षर खुद ही करेंगे।