ग्वालियर
ग्वलियर 18 राज्यों के युवा दे रहे हैं राष्ट्रीय एकता का संदेश साझा कर रहे हैं भारतीय संस्कृति की अद्भुत प्रस्तुतियां
(रिपोर्ट- दिनेश सिकरवार) ग्वालियर 7 नवम्बर 2022 भारत की एकता और अखंडता को मजबूत बनाए रखने के लिए देश के भविष्य युवाओं को भारत की पुरातन संस्कृति तथा परंपरागत टिकाऊ जीवन शैली को समझने और अपनाने की जरूरत है।आज जीनियस पब्लिक इंटरनेशनल कान्वेंट स्कूल में राष्ट्रीय शिविर का शुभारंभ 28 राज्यों के युवाओं ने परम्परागत रूप से माँ सरस्वती को माल्यार्पण कर की।इस अबसर पर शिविर के संचालक श्री मधुसूदन दास ने कहा कि दुनिया में भारत एक महान देश है जहां दुनियां के 4 महाधर्मों का जन्म हुआ, जहां 1654 मात्र भाषाएं है 22 भाषाओं को भारतीय संविधान में शामिल किया गया है,खानपान ,वेशभूषा भिन्न हैं ऐसे महान राष्ट्र को एक बनाये रखने के युवाओं को भारतीयता से परिचित करवा कर जीवन में अपनाना होगा तभी भारत दुनियां महानता हांसिल करेगा। भारत की संतान के निदेशक तथा ध्वज वंदन के प्रशिक्षक नरेंद्र बड़गॉंवकर ने आज सुबह झंडा वन्दन के महत्व को समझाते हुए कहा कि पूरे देश के 8 लाख गांव में झंडे के महत्व गरिमा ,सम्मान तथा झंडा फहराने के नियमों के बारे में विस्तार से समझने की जरूरत है ताकि झंडे के महत्व के बारे सभी देस वासी समान रूप से समझ कर उसके सम्मान के लिए पूर्ण रूप से समर्पित हों। आज सुबह ध्वज बंदन के मुख्य अतिथि श्री रवि भदौरिया सी एस पी ग्वालियर ने ध्वज बंधन किया उसके बाद शिविरार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि यहां युबको युवतियों को राष्ट्रीय एकता का सही प्रशिक्षण दिया जा रहा है।देश को तोड़ने वाली ताकतों के लिए ये युवा जबाब हैं युवा शक्ति जागेगी तभी राष्ट्र मजबूत होगा। केरल से आये सुकुमारन जी ने मलयालम भाषा का वलास लिया जिसमें 2 दर्जन शिविरार्थीयों ने मलयालम भाषा सीखी। इसी प्रकार तमिल, मराठी, गुजराती, असमिया ,बंगाली ,ओरिया तथा पंजाबी भाषा का क्लास चला। शिबिर के संयोजक युवराज सिंह ने बताया कि ई नवम्बर को ठाठीपुर तथा 9 नंवबर को बाड़े पर प्रार्थना सभा तथा सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे।राष्ट्रीय युवा योजना के राष्ट्रीय सचिव रन सिंह परमार ने बताया कि इन शिविरों का आयोजन आज़ादी के अमृतमहोत्सव वर्ष में पूज्य भाई जीके राष्ट्रीय एकता के संदेश को देश भर पहुंचाने के लिए किए जा रहे हैं । आज सुबह श्री योगेंद्र पल सिंह जादौन ने योगा क्लास लिया।
