ब्रेकिंग
PCC चीफ ने कहा, DGP का आदेश खाकी वर्दी का अपमान सांसद-विधायक को सैल्यूट करेगें पुलिस कर्मी, ये लोकतं... सीएम बोले- पाकिस्तानी नागरिकों को एमपी से जल्द बाहर करें: पुलिस अधिकारियों को अभियान चलाने के निर्दे... मंदसौर में तेज़ रफ़्तार कार कुऐ में गिरी 6 लोगों की मौत केंद्र सरकार का एक और सख्त फैसला, पाकिस्तानी हिंदुओं की चारधाम यात्रा पर रोक कथावाचक पं. प्रदीप मिश्रा ने अमित शाह को बताया शिव अवतार, बयान पर मचा बवाल, कांग्रेस-बीजेपी आमने-साम... केंद्र सरकार का बड़ा ऐलान: पाकिस्तानी हिन्दु , सिखो का वीजा रद्द नहीं होगा नवविवाहिता के साथ रेप कर हत्या, कमरे में निवस्त्र मिली लाश, जेठ पर आरोप कमरे में निवस्त्र मिली लाश,... पहलगाम हमले के बाद अमरनाथ यात्रा पर खतरा मंडराया, सुप्रीम कोर्ट में पीआईएल दाखिल मध्यप्रदेश में एक मई से होगे ट्रांसफर मुख्यमंत्री ने शिक्षण सत्र खत्म होने के बाद बताया तबादलों का क... लखनऊ में भीषण आग, 65 झोपडिय़ां जलीं, रुक-रुककर फटते रहे सिलेंडर, 6 घंटे में काबू पाया
मध्यप्रदेश

7 नवंबर से 6वीं से 8वीं की अर्द्धवार्षिक; एक सप्ताह में चौथा आयोजन

भोपाल: मध्यप्रदेश में 6वीं और 8वीं क्लास की अर्द्धवार्षिक परीक्षाएं 7 नवंबर से प्रारंभ होना है। इससे 48 घंटे पहले राज्य स्तरीय विज्ञान नाटक महोत्सव मनाया जाएगा। अभी तीन कार्यक्रम पहले से चल रहे हैं। ऐसे में चौथा कार्यक्रम आयोजित किए जाने से बच्चों की पढ़ाई को लेकर अभिभावक और शिक्षक चिंतित है। पहले यह कार्यक्रम 7 नवंबर को होना वाला था, लेकिन परीक्षाओं को देखते हुए राज्य शिक्षा केंद्र मध्यप्रदेश के अपर मिशन संचालक लोकेश कुमार जांगिड़ ने इस संबंध में आदेश जारी कर दिए। इसमें कहा गया कि 6वीं से 8वीं क्लास की अर्द्धवार्षिक परीक्षाएं 7 नवंबर से 16 नवंबर के बीच होना है। इस कारण राज्य स्तरीय विज्ञान नाटक महोत्सव 2022-23 को दो दिन पहले 5 नवंबर को आयोजित किया जाएगा।अभी तीन कार्यक्रम चल रहे हैंजानकारी के अनुसार मध्यप्रदेश के सरकारी स्कूला में अभी तीन कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। अनुगूंज, कालिदास और एक कार्यक्रम स्कूलों में चल रहा है। इसमें से कालिदास राज्य स्तरीय है, जबकि अन्य कार्यक्रम स्कूल स्तर पर चल रहे हैं। इसके बाद यह संभाग स्तर पर और राज्य स्तर पर होंगे।पहली से 5वीं क्लास की अर्द्धवार्षिक परीक्षा होना हैनवंबर में पहली से लेकर 5वीं क्लास की अर्द्धवार्षिक परीक्षाएं भी होना है। कार्यक्रमों को लेकर अब शिक्षक भी परेशान हो चुके हैं। शिक्षकों का मानना है कि स्कूल में इतने ज्यादा कार्यक्रम हो रहे हैं, कि पढ़ाई का समय तक नहीं मिल रहा।

Related Articles

Back to top button