दतिया कलेक्टर ने शिक्षकों से कहा- शर्म आनी चाहिए, किस बात की तनख्याह ले रहे हो

दतिया: दतिया जिले के दूरदराज गांव में चल रहे स्कूलों में पढ़ाई की क्या हालत है इसकी एक तस्वीर एक बार फिर सामने आई है। दरअसल, जिला कलेक्टर संजय कुमार बुधवार को जिले के दूरदराज पर बसे गांव आनंदपुर के माध्यमिक विद्यालय पहुंचे। यहां उन्होंने बच्चों में शिक्षा का स्तर परखने के उद्देश्य से एक छठवीं क्लास की छात्रा से हिंदी की किताब पढ़ने को कहा। लेकिन, कलेक्टर उस वक्त हैरान रह गए जब छात्रा हिंदी ही नहीं पढ़ सकी। इस पर कलेक्टर ने विद्यालय में मौजूद शिक्षकों को जमकर फटकार लगाई, और कहा कि, ‘एक लाख रुपए तक कि तनख्वाह ले रहे हो, शर्म आनी चाहिए…किस बात की तनख्वाह ले रहे हो।’तत्काल स्कूल बुलाए गैर हाजिर शिक्षकदरअसल, जिला कलेक्टर संजय कुमार ने बुधवार दोपहर को जिले के स्कूलों का आकस्मिक निरीक्षण किया। कलेक्टर सबसे पहले माध्यमिक विद्यालय अगोरा पहुंचे, यहां तीन शिक्षक अनुपस्थित मिले। जिनमें महेश कुमार शर्मा, सुरेंद्र सिंह प्रजापति और सुशीला शामिल हैं। इस पर उन्होंने विद्यालय के प्राचार्य हरीश कुमार रावत को फोन लगाया, और फोन पर ही जमकर फटकर लगाते हुए तत्काल विद्यालय में तीनों शिक्षकों को उपस्थित होने के लिए कहा है। इसके बाद कलेक्टर माध्यमिक विद्यालय गांव आनंदपुर पहुंचे। यहां शिक्षक प्रवेंद्र शर्मा अनुपस्थित मिले। तब भी कलेक्टर ने उन्हें फोन लगाया, और शिक्षक प्रवेंद्र शर्मा पर नाराजगी जाहिर करते हुए तत्काल विद्यालय में उपस्थित होने के लिए कहा।छात्रा नहीं पढ़ सकी किताबनिरीक्षण के दौरान आनंदपुर गांव के माध्यमिक विद्यालय में कलेक्टर संजय कुमार ने जब छटवीं कक्षा में पढ़ने वाली एक छात्रा से हिंदी की किताब पढ़वाई, तो वह किताब नहीं पढ़ सकी। इससे नाराज कलेक्टर ने विद्यालय में उपस्थित प्रधान अध्यापक सहित पूरे स्टाफ को जमकर फटकार लगाई। इस दौरान कलेक्टर ने कहा कि पूरे स्टाफ की तनख्वाह मिलाकर करीब साढ़े चार लाख से ऊपर होगी, यानी एक शिक्षक 80 हजार से लेकर एक लाख रुपए तनख्वाह शासन से ले रहा है। इसके बावजूद भी यह हाल है। तुम लोगों को शर्म आनी चाहिए, किस बात की तनख्वाह ले रहे हो।छात्रों से मांगों माफीकलेक्टर की इस नाराजगी से विद्यालय में उपस्थित शिक्षकों ने कलेक्टर से क्षमा मांगी तो उन्होंने कहा कि हमसे किस बात की क्षमा मांग रहे हो। क्षमा तो उन मासूम विद्यार्थियों से मांगों, जिनका भविष्य तुम लोग खराब कर रहे हो।