बल्क कनेक्शन का मुद्दा उठेगा; सड़कों पर भी घेरेगा विपक्ष

भोपाल: भोपाल नगर निगम परिषद की दूसरी मीटिंग 3 नवंबर को होने जा रही है। इसमें विपक्ष ने पानी और सड़क के मुद्दे पर ‘शहर सरकार’ को घेरने की रणनीति बनाई है। दूसरी ओर, बीजेपी के कुछ पार्षद भी बल्क कनेक्शन का मुद्दा उठा सकते हैं। अभी नर्मदा लाइन से बल्क कनेक्शन दिए जा रहे हैं। इस कारण लोग परेशान हैं। इसे लेकर विधायकों के पास भी शिकायतें पहुंच रही हैं।नेता प्रतिपक्ष शबिस्ता जकी समेत कांग्रेसी पार्षद मीटिंग में पानी, सड़क और स्ट्रीट लाइट के मुद्दे उठाने की बात कह रहे हैं। विपक्ष का कहना है कि भोपाल नगर निगम में काबिज हुए BJP को ढाई महीने बीत चुके हैं। चुनाव में बीजेपी ने वादा किया था कि बल्क कनेक्शन की बाध्यता को खत्म किया जाएगा। फिलहाल इस पर निगम कोई फैसला नहीं कर सका है। इस कारण होशंगाबाद रोड की कॉलोनियों में बल्क कनेक्शन की बाध्यता होने से लोग कनेक्शन नहीं ले पा रहे हैं। लोगों की मांग है कि उन्हें सिंगल यानी व्यक्तिगत कनेक्शन दिए जाए। इससे बेवजह का बोझ नहीं पड़ेगा।भोपाल में 2.30 लाख से ज्यादा कनेक्शनभोपाल में दो लाख 30 हजार से ज्यादा नल कनेक्शन है। इसके जरिए नगर निगम घर-घर तक सुबह और शाम पानी पहुंचाता है। इनमें बल्क कनेक्शन भी शामिल हैं। बल्क कनेक्शन की वजह से लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ता है। इसलिए वे बल्क की जगह व्यक्तिगत यानी सिंगल कनेक्शन की मांग उठा रहे हैं। बहुत सारे उपभोक्ताओं को मिलाकर निगम बल्क कनेक्शन दे रहा है। इसमें कई व्यवहारिक दिक्कतें भी लोगों के सामने आ रही हैं। इसलिए वे चाहते हैं कि व्यक्तिगत कनेक्शन मिलें। इससे लोग अपने हिसाब से कनेक्शन ले लेंगे और उन्हें ज्यादा कीमत भी नहीं चुकाना पड़ेगी।सड़क का मुद्दा भी उठेगाकांग्रेसी पार्षदों ने बताया कि शहर की सड़कें जर्जर हालत में है। बारिश थमने के बावजूद निगम ने अब तक कई सड़कों का पेंचवर्क तक शुरू नहीं किया है। इस कारण लाखों लोग परेशान हो रहे हैं। इसलिए यह मुद्दा भी परिषद की मीटिंग में उठाया जाएगा।दो महीने पहले हुई थी मीटिंग, कांग्रेस ने अध्यक्ष को घेरा थाइससे पहले 5 सितंबर को परिषद की मीटिंग हुई थी। इसमें भी टैक्स के मुद्दे पर कांग्रेसी पार्षदों ने ‘शहर सरकार’ को घेरा था। उन्होंने अध्यक्ष किशन सूर्यवंशी की आसंदी तक घेर ली थी। कई बार बीजेपी और कांग्रेसी पार्षद आमने-सामने हो गए थे। इसके बाद मीटिंग अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दी गई थी। अब 3 नवंबर को दूसरी मीटिंग प्रस्तावित की गई है।