5 बेरोजगार रिश्तेदारों ने बनाई चोर गैंग, माल ढोने के लिए किराए पर ली थी पिकअप

खंडवा: बेरोजगारों युवकों ने मुफलिसी दूर करने के लिए मेहनत की बजाए शार्टकट अपनाया। उन्होंने चोर गैंग बनाकर एक ही माह में छह बड़ी वारदात को अंजाम दिया। छैगांवमाखन व खरगोन की दो बैंक के ताले भी इन्होंने तोड़े थे। उन्होंने चोरी का माल ढोने के लिए 15 हजार रुपए प्रतिमाह के किराए पर एक पिकअप गाड़ी भी ले रखी थी। छैगांव पुलिस ने पांच चोरों के साथ चोरी का माल खरीदने वाले एक व्यापारी को गिरफ्तार किया है।पप्पू को स्लीपर सेल बनाकर जंगल में भेजा तो हाथ आई गैंगटीआई मालवीय के अनुसार पप्पू पर सख्ती बरती तो वह गैंग का ठिकाना बताने के लिए राजी हुआ। गैंग के सदस्यों से पप्पू ने संपर्क किया। अगली वारदात की प्लानिंग के लिए सभी भोंडवास के जंगल में इकट्ठा हो रहे थे। इसी दौरान पुलिस टीम ने घेराबंदी करके बदमाशों को पकड़ लिया।वारदात के लिए आठ बाइक चुराई, माल ठिकाने लगाने के लिए किराए पर ली गाड़ीडीएसपी अनिल सिंह ने बताया के अनुसार सभी आरोपी नौसीखिया हैं। सुंदर व सुनील गैंग के लीडर है। बाकी अन्य सदस्य इन्हीं के रिश्तेदार हैं। उन्होंने चोरी के लिए सबसे पहले खंडवा, दीवाल, आभापुरी, झिरन्या, सैलदा, भीकनगांव व खरगोन से बाइक चोरी की। उसी बाइक से वे रात के अंधेरे में वारदात करने के लिए निकलते थे। गैंग ने एक माह में छह वारदात को अंजाम दिया है। चोरी का माल ढोने के लिए खरगोन के एक मेहमूद की पिकअप गाड़ी 15 हजार रुपए प्रतिमाह किराए पर ले रखी थी। उसे जब्त कर लिया है। मेहमूद को गैंग ने बताया था कि वह मजदूरों को लाने ले जाने का काम करते हैं। आरोपियों से चुराई हुई बाइक, अनाज समेत करीब दस लाख का माल बरामद किया।खूफिया तंत्र ने किया काम: खरीददार ने दिखाया चोरों का रास्ता6 अक्टूबर की देर रात छैगांव माखन स्थित भारतीय स्टेट बैंक शाखा में चोरी का प्रयास हुआ था। एसआई नंदराम वासु रे और उनकी टीम ने जब पनडुब्बी गैंग को पकड़ा था तो उन्हें सुराग लगा था कि मिर्जापुर भोंडवास का पप्पू पिता रेमन सिंह (30) चोरी का माल खरीदता है। पप्पू को पकड़कर जब पूछताछ की तो उसने चोर गैंग का खुलासा करते हुए सरगना सुंदर पिता विजय जमरे निवासी ढकलगांव खरगोन व राजेश उर्फ सुनील उर्फ भूरी पिता राम सिंह निवासी गोड़ी खुर्द खरगोन का नाम उगला।