मध्यप्रदेश
विधान में जैन समाज के लोगो भगवान का कर रहे है गुड़गान, चढ़ाए महाआर्घ्य। *आत्मा के परमात्मा बनने की आशा रखो तो कभी प्यासे नहीं रहोगे–: मुनिश्री विनय सागर
आत्मा परमात्मा बनने की आशा रखो तो कभी प्यासे नहीं रहोगे–: मुनिश्री विनय सागर* मुनिश्री के सानिध्य में 16 दिवसीय 16 मण्डलीय श्री शांतिनाथ महामंडल विधान चल रहा है। ग्वालियर-: जो स्वयं में सूखा हो, वह दूसरे को क्या तृप्त करेगा? आत्मा के परमात्मा बनने की आशा रखो तो कभी प्यासे नहीं रहोगे। प्रभु तो आपके करीब आना चाहते हैं, लेकिन आप ही दो कदम नहीं बढ़ते। आशा उसकी करो, जो आपको प्राप्त हो सके। एक दिन सब कुछ नहीं रहेगा। फिर किस बात का अहंकार करते हो? व्यक्ति को दान तो करना पड़ता।है। कितने भी कंजूस हो, एक दिन सब छोड़कर जाना होगा। यह बात श्रमण मुनिश्री विनय सागर महाराज ने साधनामय बर्षयोग समिति एवं मुख्य संयोजक मनोज जैन, जैन कालेज के संयुक्त तत्वावधान में आज बुधवार को सोलह दिवसीय सोलह मंडलीय श्री शांतिनाथ महामंडल विधान में माधौगंज स्थित चातुर्मास स्थल अशियाना भवन में धर्मसभा को संबोधित करते हुए कही।। मुनिश्री ने कहा कि लोग लाखों का दान तब करते हैं, जब करोड़ों कमाते हैं। कोई करोड़ों का घोटाला कर दान करता है तो उसके दान का परिणाम सोच लो। धर्म तुम्हारा स्वभाव है। परमात्मा बनोगे तो अपने धर्म के पास आना ही पड़ेगा। लोग कहते हैं कि पहले आना चाहिए, फिर दान करेंगे। यह दान की विधि नहीं है। पहले झूठ बोलते हो, हिंसा करते हो, लोगों को अपाहिज बनाने के बाद बोलते हो दान करूंगा। कसाय से भरकर कसाय कम करने की बात करते हो। हम सत्य राह देखना भी चाहें तो मोह और तृष्णा देखने नहीं देगी। *विधान में भजनों पर इंद्रा इंद्राणियो ने नृत्य के साथ महाआर्घ्य समर्पित करें* जैन समाज के प्रवक्ता सचिन जैन ने बताया कि मुनिश्री विनय सागर महाराज ने श्री श्री शांतिनाथ महामंडल विधान में सुबह मंत्रो के साथ श्रावकों ने कलशों से भगवन जिनेंद्र का अभिषेक किया। मुनिश्री ने मंत्रो से शांतिधारा राजेश जैन (लाला) अजित कुमार जैन परिवार ने की। जैन समाज के लोगो ने भगवान की दीपो से आरती उतारी। शांतिनाथ विधान में भजन मेरे वीर के आंगन में ढोल बाजे रे.. कुंडलपुर में बाजे बधाइयां.. प्रभु की कृपा हो जाए..जैसे भजनों पर इंद्रा इंद्राणियो ने भक्ति नृत्य किया। विधान के विधानाचार्य ज्योतिषचार्य डॉ हुकुमचंद जैन ने श्रद्धालुओं को अष्ट द्रव से पूजन अर्चना कर भगवान जिनेंद्र के समक्ष 16 मंडलीय मढ़ने पर महाअर्घ्य समर्पित करवाये। *शांतिनाथ महामंडल विधान में प्रतिदिन ये रहेंगे कार्यक्रम* जैन समाज के प्रवक्ता सचिन जैन ने बताया कि मुनिश्री विनय सागर महाराज के सानिध्य में 16 दिवसीय शांतिनाथ विधान में प्रातः 06 बजे से जाप्यनुष्ठान, 07 बजे से भगवान अभिषेक, शांतिधारा होगी। 8:30 बजे से शांतिनाथ महामंडल विधान पूजन, 9:30 बजे मुनिश्री के प्रवचन, 2:30 बजे जाप्यनुष्ठान, शाम को आरती व सांस्कृतिक कार्यक़म होंगे।
