मध्यप्रदेश
खनन विभाग के अधिकारियों की आंखों में आया मोतियाबिंद
खनन विभाग के अधिकारियों की आंखों में आया मोतियाबिंद भ्रष्टाचार के चलते उनको नहीं देता कुछ भी दिखाई अंजना टॉकीज की जगह पर कर दी गई कितनी खुदाई श्रीराम टॉकीज की जगह पर खनन माफिया का डेरा श्योपुर एक्सप्रेस संवाददाता आगरा। सरकार द्वारा खनन माफियाओं के खिलाफ अभियान चलाकर कार्यवाही करने के आदेश दिए गए हैं लेकिन शहर और देहात में खनन माफियाओं के हौसले बुलंद हैं हर रोज खनन माफिया जगह-जगह पर धरती का सीना चीरने में लगे हुए हैं रात होते ही खनन माफियाओं की टोली निकल जाती है और जेसीबी लेकर जमीन का सीना चीरने लगती है जबकि अधिकारियों को सब कुछ जानकारी होते हुए भी इनके खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं होती जिला मुख्यालय से थोड़ी दूर पर ही अंजना टॉकीज चलता था अब टॉकीज खत्म होने के बाद खाली जगह को खनन माफिया बहादुर सिंह द्वारा उसका बेसमेंट खोदा गया है जिसकी अनुमति डेढ़ मीटर खोदने की थी लेकिन खनन माफिया और खनन के अधिकारियों की मिलीभगत से बेसमेंट को लगभग 30 फीट गहरा खोदा गया है सूत्रों की माने तो पूरे बेसमेंट खोदने की भी अनुमति नहीं है आधे बेसमेंट खोदने की अनुमति थी लेकिन खनन माफिया ने करोड़ों की मिट्टी इस बेसमेंट से बेच दी गई है खनन विभाग के अधिकारी फोन पर बात नहीं करते कहते हैं कि जानकारी की जा रही है कि किस को अनुमति दी गई है क्योंकि चांदी का जूता उनके मुंह पर खनन माफिया द्वारा दिया गया है इसलिए उनकी आंखों में मोतियाबिंद आ गया है उन्हें कुछ दिखाई नहीं देता इस बेसमेंट के बाद इसी खनन माफिया द्वारा श्रीराम टॉकीज की जगह पर भी बेसमेंट खोजने का ठेका लिया गया है शाम होते ही जेसीबी डंपर मिट्टी का काम करने लगते हैं फ्लाईओवर के पास बेसमेंट की गहरी खुदाई के कारण फ्लाई ओवर में दरार आने की संभावना बताई जा रही हैं पुलिस विभाग के अधिकारी कहते हैं कि खनन विभाग का काम है इसलिए हम कुछ नहीं कर सकते लेकिन दोनों विभाग मिलकर कार्रवाई कर सकते हैं परंतु कोई कार्रवाई करने को तैयार नहीं होता क्योंकि मोटी रकम इनके पास पहुंच जाती है तो कार्रवाई करने से हाथ खड़े कर देते हैं प्राइवेट कार्य करने के लिए किसी भी अनुमति में जेसीबी डंपर का उल्लेख नहीं किया गया है सरकार द्वारा उत्तर प्रदेश के अंदर जेसीबी बेन कर दी गई है केवल सरकारी कार्य में ही जेसीबी डंपर का इस्तेमाल किया जा सकता है लेकिन खनन माफिया की दबंगई इतनी है कि कोई भी हाथ डालने को तैयार नहीं होता
