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सावधान : सुरक्षित नहीं है मुरैना शहर की कानून व्यवस्था चारों खाने चित ।
मुरैना। अगर आप घर से निकल रहे हैं तो यह खबर आपके लिए बहुत ही आवश्यक है। ऐसा इसलिए क्योंकि शहर में खुलेआम गुंडे और मवाली घूम रहे हैं जो कभी भी अपने अवैध हथियार से फायर कर देते हैं किसी को भी किडनैप कर लेते हैं और किसी भी महिला की चेन खींचकर नौ दो ग्यारह हो जाते हैं. इसे साफ जाहिर होता है कि शहर में कानून व्यवस्था चारों खाने चित् है जानकारी के अनुसार मुरैना जिले में इन दोनों अपराध का ग्राफ दिनभर दिन बढ़ता ही जा रहा है और इस ग्राफ को कम करने के लिए पुलिस कप्तान कोई ठोस कदम उठाने से परहेज काट रहे हैं कहीं कोई अपनी पत्नी का गला काट रहा है तो कहीं जमीनी विवाद पर सरेआम फायरिंग करके लोगों को मौत के घाट उतारा जा रहा है। इतना ही नहीं शहर की सड़कों पर जाने वाली महिलाओं की चैन भी चेन स्नेचर खींचकर भाग रहे हैं बावजूद इसके पुलिस द्वारा कोई ठोस कदम नहीं उठाया जा रहा है। ताजा तरीन मामले में रामनगर किराए से एक दर्द महिला की सोने की चेन खींचकर लूटेरा भाग खड़ा हुआ तो वहीं स चौराहे से सरेआम एक व्यक्ति को उठाकर उसकी मारपीट करने का मामला हो। इसके अलावा जिलेभर में अपराधियों के हौसले लगातार बुलंद होते जा रहे हैं खुलेआम फायरिंग करना रंगदारी करके मारपीट करना यह मुरैना जिले में आम बात हो गई है। इतना ही नहीं जनसुनवाई में आने वाले आवेदक भी बार बार चक्कर लगा रहे हैं जनसुनवाई नाम मात्र केवल आश्वासन देकर उन्हें वहां से रफा-दफा कर दिया जाता है। कई मामले तो ऐसे भी हैं जिनमें आरोपित तौर पर लेनदेन करके किसी अन्य व्यक्ति को आरोपी बना दिया जाता है। ऐसा ही आप कृषि मंत्री ऐंदल सिंह कंसाना ने एक पत्रकार वार्ता के दौरान सिटी कोतवाली थाना प्रभारी पर आरोप लगाया था कंसाना का कहना था कि कोतवाली टीआई झूठी कार्रवाई करते हैं और लोगों की फरियाद भी नहीं सुनते हैं जिससे लोगों का पुलिस पर से विश्वास लगातार कम होता जा रहा है। जब राज्य सरकार के केबिनेट मंत्री ही पुलिस की कमिया स्वीकार रहे हैं तो आम व्यक्ति का शहर में क्या हाल होगा
