प्रशासन, तेल कंपनी डीलर, ड्राइवर व एसोसिएशन पदाधिकारियों की बैठक के बाद शहर के पंप पर पहुंचे टैंकर

इंदौर। दो दिन से चल रही ट्रक, बस चालकों की हड़ताल के कारण मांगलिया स्थित इंडियन आयल कंपनी के डिपो से टैंकरों से तेल वितरण प्रभावित हुआ। यही वजह है कि सोमवार को शहर के कई पंप तेल खत्म होने के कारण बंद रहे है, वहीं कुछ पेट्रोल पंपों पर जहां पेट्रोल व डीजल उपलब्ध था, वहां पर वाहनों की लंबी कतारे लगी रहीं।
कानून लागू हुआ तो हमारे बच्चों का क्या होगा
अपर कलेक्टर-पुलिस सुरक्षा में डिपो से गाड़ियां शहर में भेजी जाएंगी।
ड्राइवर-क्या पंप पर वाहन ले जाने के बाद वापस डिपो आने के लिए पुलिस सुरक्षा होगी।
अपर कलेक्टर- हां, पुलिस वाहन खाली टैंकरों को छोड़ेंगे।
ड्राइवर- जो नया कानून आ रहा है उससे ही सभी ड्राइवरों को आपत्ति है। जो कानून लागू होगा तो हमारे बच्चों का क्या होगा।
अपर कलेक्टर- वो कानून अभी लागू नहीं हुआ है। आप समझें, कानून में संशोधन चाहते हैं तो अपनी बात सरकार के सामने रखें। ज्ञापन दें। देशभर में आप लोगों ने जो विरोध प्रदर्शन किया, यह मुद्दा राज्य व केंद्र स्तर पर हाइलाइट्स हो गया है।
ट्रक आपरेटर एसो. अध्यक्ष- हमने पीएम मोदी को पत्र भेजा है और आल इंडिया की एक बैठक भी होने जा रही है, उसमें जो भी निर्णय होगा आगे की रणनीति बनाएंगे। हम भी इस कानून का विरोध कर रहे हैं। सभी ड्राइवर शहर के पंपों पर टैंकर ले जाएंगे।
शाम छह बजे डिपो से निकले टैंकर
एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने कलेक्टर को फोन किया फिर प्रशासनिक अफसरों ने स्थिति को संभाला। शाम छह बजे डिपो में सभी टेंकरों को क्रमबद्ध तरीके से प्रवेश दिया गया। आमतौर पर जहां इस डिपो सुबह 8 से 5 बजे तक पेट्रोल टैंकरों को दिया जाता है, वहीं शाम छह से देर रात तक डिपो में टैंकरों को प्रवेश दिया गया और बाहर पुलिस बल तैनात रहा।
मांगलिया डिपो से टैंकरों से पेट्रोल-डीजल वितरण
30 दिसंबर-104 टैंकर
31 दिसंबर-3 टैंकर (पुलिस पंप के)
1 जनवरी- 70 टैंकर शाम 7.30 बजे तक