जानें कौन हैं अरुण योगीराज, जिन्होंने रोज 12 घंटे मेहनत कर तैयार की राम लला की मूर्ति

इंदौर। अयोध्या में नवनिर्मित राम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा 22 जनवरी 2024 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मौजदूगी में होगी। आपको बता दें कि राम लला की 3 मूर्तियों तैयार की गई थीं और उनमें से भगवान राम की एक बाल स्वरूप प्रतिमा की गर्भगृह में प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी।
कर्नाटक के विख्यात मूर्तिकार हैं अरुण योगीराज
अरुण योगीराज द्वारा तैयार की गई रामलला की प्रतिमा को सबसे ज्यादा पसंद किया गया है। अरुण योगीराज कर्नाटक में मैसूर के रहने वाले हैं और विख्यात मूर्तिकार योगीराज शिल्पी के पुत्र हैं। अरुण के पिता को वाडियार घराने के महलों को खूबसूरती देने के भी लिए जाना जाता था।
अरुण योगीराज बीते 6 माह से रोज 12 घंटे काम करके राम लला की मूर्ति तैयार कर रहे थे। इंडिया गेट पर स्थापित सुभाष चंद्र बोस की 30 फीट की प्रतिमा को अरुण योगीराज ने ही तैयार किया है। इसके अलावा मूर्तिकार गणेश भट्ट भी कर्नाटक शैली के ही मूर्तिकार हैं। अरुण योगीराज और गणेश भट्ट ने कर्नाटक में पाई जाने वाली श्याम शिलाओं को तराशकर राम लला की श्यामवर्णी प्रतिमा तैयार की है।