पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह बोले- चुनाव के पहले आया था आज फिर आशीर्वाद लेने आया हूं

अनूपपुर। प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान गुरुवार रात सड़क मार्ग से नर्मदा उद्गम पवित्र नगरी अमरकंटक सपत्नी पहुंचे। अमरकंटक दीनदयाल चौक पर कार्यकर्ताओं ने पूर्व मुख्यमंत्री का स्वागत किया। इस दौरान बड़ी संख्या में लोग मौजूद रहे इनमें महिलाएं भी शामिल रहीं। प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान विधानसभा चुनाव के पहले मां नर्मदा का आशीर्वाद लेने आए थे। चुनाव में मिली भारी जीत के बाद एक बार फिर वह अमरकंटक पहुंचे और मां नर्मदा की पूजा अर्चना की लेकिन इस बार चौहान मुख्यमंत्री नहीं है।
नर्मदा मैया की गोद में पला हूं
यहां पर चौहान ने कहा कि नर्मदा मैया की गोद में पला हूं, बड़ा हुआ हूं और मां की कृपा से लोक सेवा के काम किए हैं। मैं विधानसभा चुनाव के पहले भी यहां आया था और मां के चरणों में प्रार्थना की थी कि प्रदेश के विकास और जन कल्याण के कार्यों को आगे बढ़ाने के लिए और प्रधानमंत्री की योजनाओं को ठीक ढंग से क्रियान्वित करने के लिए मां भारतीय जनता पार्टी की सरकार बने।
काम में निरंतरता बनी रहे और बेहतर काम हों
भारी बहुमत से भाजपा की सरकार बनी है,तो मैं उस समय संकल्प किया था कि दोबारा मां के चरणों में प्रणाम करने आऊंगा। आज मां की पूजा अर्चना मां के चरणों में आकर की। और यह प्रार्थना भी की है कि मुख्यमंत्री डा. मोहन यादव, उपमुख्यमंत्री जगदीश देवड़ा और राजेंद्र शुक्ल के नेतृत्व में प्रदेश प्रगति और विकास लगातार करता रहे। जनकल्याण के काम सब बहुत अच्छे ढंग से होते रहें और प्रदेश को बहुत ऊंचाइयों तक ले जाएं। क्योंकि प्रदेश का विकास निरंतर जारी रहता है। लोक कल्याण कारी विकास दोनों के काम में निरंतरता बनी रहे और बेहतर काम हों।
नई सरकार इन संकल्पों को पूरा करेगी
संकल्प पत्र में जनता को जो वचन दिए हैं वह पूरे हों चुनाव के दौरान मैं भी जनता के बीच जाकर कई संकल्प व्यक्ति किए थे। चाहे वह माता- बहनों, बेटियों, भांजे- भांजियों और किसानों के संबंध में हों या विकास के बाकी काम के संबंध में हों। जैसे हमने यहीं तय किया था कि नर्मदा लोक बनेगा, यह सारे संकल्प पूरे हों। नई सरकार इन संकल्पों को पूरा करेगी। मैं पूरी तरह से सहयोगी रहूंगा और जब जरूरत पड़ेगी तो सरकार का ध्यान भी दिलाऊंगा।
जनता से मेरे नाते भाई और मामा के हैं
प्रदेश के सेवक के नाते मैं जनता से मेरे नाते भाई और मामा के हैं। भाई और मामा के नाते परमानेंट होते हैं।उनके पदों से कोई संबंध नहीं होता। मैं अपने भाइयों- बहनों की सेवा में निरंतर लगा रहूंगा क्योंकि पूरा प्रदेश हमारा परिवार है।और उस परिवार की मां है नर्मदा मैया। हमारा पूरा परिवार सुखी रहे, आगे बढ़ता रहे। मैं भी अपने पूरे परिवार और प्रदेश की सेवक के नाते सेवा करता रहूंगा।यही मां की कृपा बनी रहे।
मुख्यमंत्री भावुक नजर आए
कार से नीचे उतरने के बाद श्री चौहान कार्यकर्ताओं से मिले। इस मौके पर स्थानीय महिलाएं मुख्यमंत्री से लिपटकर रोईं भी, मुख्यमंत्री भावुक नजर आए। इसके बाद मुख्यमंत्री अमरकंटक के हॉलीडे विश्रामगृह चले गए। अमरकंटक आगमन की सूचना मिलने पर नगर व आसपास क्षेत्र के ग्रामीण तथा कार्यकर्ता बड़ी संख्या में भारी ठंड के बावजूद अमरकंटक पहुंच गए थे और पूर्व मुख्यमंत्री का बेसब्री से इंतजार करते रहे। रात करीब आठ बजे डिंडोरी मार्ग से श्री चौहान अमरकंटक पहुंचे थे।